बोरवेल में फसें मासूम बच्चे को 9 घंटे बाद सकुशल निकाला गया

बोरवेल में फसें मासूम बच्चे को 9 घंटे बाद सकुशल निकाला गया

अलीगढ़। अलीगढ़ जनपद में 130 फीट गहरे बोरवेल में 3 साल के मासूम बच्चे को एनडीआरएफ की मदद से सकुशल बाहर निकाल लिया गया। बच्चा अब सुरक्षित है। बताया जा रहा है कि मासूम 95 फीट पर बोरवेल में पहुंचकर अटक गया था। कुछ घंटे में सेना एनडीआरएफ के जवान फरिश्ता बनकर गांव में पहुंच गए। डेढ़ घंटे का रेस्क्यू ऑपरेशन चल। मासूम के हौसले से वह सफल रहा है। साढ़े 9 घंटे बाद मासूम ने खुली हवा में सांस ली। सेना की एंबुलेंस पहले से ही तैयार खड़ी थी। बच्चे के बोरवेल से बाहर निकलते ही एम्बुलेंस उसे अस्पताल के लिए लेकर खाना हो गई। शासन प्रशासन की सूझबूझ और ईश्वर से की जाने वाली दुआओं के बाद बच्चा अभी तक सुरक्षित है और अस्पताल में है। संभव है कुछ घंटे बाद बच्चे को अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी। बच्चे के बोरवेल से बाहर निकलने के बाद बच्चे के माता-पिता व आसपास के लोगों ने राहत की सांस ली है।

धरियाई गांव निवासी किसान छोटेलाल के घर के सामने ही खेतों की सिंचाई को सबमर्सिवल पिछले दिनों खराब हो गई थी। छोटेलाल ने दो दिन पहले इसमें से पाइप खिंचवा लिए थे। एक फीट की परिधि में सबमर्सिवल का 130 फीट गहरा बोरवैल है। पाइप निकालने के बाद इसे खुला छोड़ दिया।


सोमवार सुबह 7.30 बजे छोटेलाल का तीन वर्षीय बेटा शिवा खेलते समय इसमें गिर गया। साथ में जानकारी होने के बाद खलबली मच गई। स्थानीय लोगों ने बोरवैल में रस्सी डालकर उसकी गहराई और बच्चे की प्रतिक्रिया का अंदाजा लगाया। 95 फीट पर जाकर रस्सी अटक गई। खींचने पर खिंच नहीं रही थी। दोपहर तक सेना और एनडीआरएफ की टीम भी गांव में पहुंच गई।

सेना ने जेसीबी से खोदाई कराने का काम शुरू कर दिया। सीसीटीवी कैमरे से बोरबेल में फंसे बच्चे की निगरानी की जा रही थी। दोपहर तीन बजे एनडीआरएफ की टीम ने बोरबेल में विशेष प्रकार का जाल रस्सी के सहारे फंसा दिया। साथ ही बच्चे से उसके स्वजन की बात कराई। पानी, ग्लूकोज और बिस्कुट भी रस्सी के सहारे से नीचे भेजकर खिलाए।शाम पांच बजे बच्चे को बाहर निकाल लिया गया। बच्चा सकुशल बताया जा रहा है।फिलहाल उसे एंबुलेंस से हास्पिटल ले जाया जा रहा है।

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