राष्ट्रीय हिन्दी दिवस पर हुए आयोजन में मातृभाषा का विस्तार बढ़ने पर दिया जोर

राष्ट्रीय हिन्दी दिवस पर हुए आयोजन में मातृभाषा का विस्तार बढ़ने पर दिया जोर

मुज़फ्फरनगर। राष्ट्रीय हिन्दी दिवस के अवसर पर ‘मेरा वजूद फाउण्डेशन’ के तत्वाधान में अभिव्यक्ति, बाल एवं युवा हिन्दी स्वरचित काव्य पाठ का आयोजन किया गया। जिसका शुभारम्भ मुख्य अतिथि संदीप कुमार जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मु0नगर, अतिविशिष्ट अतिथि डॉ0 प्रेरणा मित्तल प्राचार्या श्रीराम कॉलेज मु0नगर, ममता अग्रवाल वरिष्ठ समाजसेविका, मु0नगर, विशिष्ट अतिथि ललित मोहन गुप्ता प्रधानाचार्य राजकीय हाईस्कूल रसूलपुर, नितिन कुमार प्रधानाचार्य, रा0इ0का0 मु0नगर, प्रीति चौधरी प्रधानाचार्य राजकीय इ0का0 पुरकाजी मु0नगर, अंशु सिंह प्रधानाचार्य राजकीय हाईस्कूल जन्धेडी, मु0नगर, संदीप कुमार कौशिक जिलाध्यक्ष राज0शि0 संघ मु0नगर, आशीष द्विवेदी जिला समन्वयक मा0शिक्षा मुजफ्फरगर, महेशापाल जिलाध्यक्ष ए0एस0एस0डब्लू0ए0, सुन्दरपाल सिंह पूर्व हिन्दी प्रवक्ता जनता इ0का0 भोपा, गजेन्द्र कुमार पूर्व हिन्दी प्रवक्ता कल्याणकारी इ0का0, बघरा, मु0नगर और मेरा वजूद फाण्डेशन के पदाधिकारियों प्रवेन्द्र दहिया चैयरमेन, डॉ0 रणवीर सिंह वाइस चैयरमेन, पं0 संजीव शंकर, संरक्षक, प्रेरक जैन एक्जुकेटिव मेम्बर, पंकज धीमान कोषाध्यक्ष द्वारा माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर किया गया।

हिन्दी दिवस के उपलक्ष में ललित मोहन गुप्ता प्रधानाचार्य राजकीय हाईस्कूल रसूलपुर ने बताया कि हिन्दी हमारी मातृभाषा है और हमारे देश में विभिन्न धर्मों के लोग रहते है लेकिन सभी मुख्य रूप से हिन्दी ही बोलते है।

डॉ0 प्रेरणा मित्तल ने हिन्दी दिवस के उपलक्ष में हिन्दी भाषा पर जोर देते हुए बालिकाओं को सशक्त होने पर बल देते हुए कहा कि आज के समय में बालिकाओं का बाहर आना-जाना सुरक्षित नहीं है इसलिए सभी बालिकाओं को सशक्त होना होगा।

ममता अग्रवाल ने हिन्दी दिवस के उपलक्ष में हिन्दी भाषा के बारे में बताते हुए कहा कि हिन्दी हमारी मातृभाषा है और जब बच्चा पहली बार बोलता है तो व तुतलाकर भी हिन्दी ही बोलता है इसलिए हमें हिन्दी को अपने दैनिक जीवन में अपनाकर ज्यादा से ज्यादा हिन्दी में ही वार्तालाप करनी चाहिए।

नितिन कुमार प्रधानाचार्य राजकीय इण्टर कॉलेज मुजफ्फरनगर ने बताया कि हिन्दी हमारी मातृभाषा है और ये नन्हें-मुन्हें बच्चे आज राष्ट्रीय हिन्दी दिवस के अवसर पर स्वरचित काव्य पाठ सुनायेगें, इससे हमारी मातृभाषा हिन्दी का विस्तार बढेगा।

यशपाल सिंह विश्वबन्धु पूर्व प्रधानाचार्य किसान इण्टर कॉलेज ककरौली मुजफ्फरनगर ने बताया कि हिन्दी आज 14 सितम्बर हिन्दी दिवस है इस दिन बहुत से विद्यालय हिन्दी दिवस के अवसर पर सुलेख एवं निबन्ध प्रतियोगिता कराते है जिससे हिन्दी भाषा का व्यापक प्रसार हो रहा है और उसी तरह आज राजकीय पुस्तकालय सभागार में स्वरचित काव्यपाठ में युवा प्रतिभागी हिन्दी में अपनी-अपनी कविताएं गायेगें। जिससे हिन्दी एक मजबूत भाषा के रूप में उभरेगी।

स्वरचित काव्य पाठ में जनपद के अनेकों विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया और उनकी स्वरचित कविताओं को सुनकर सभागार में उपस्थित सभी अतिथियों द्वारा तालियां बजाकर बच्चों का उत्साहवर्धन किया गया और निर्णायक मण्डल द्वारा बडी ही गहराई से सोच विचारकर अपना निर्णय सुनाते हुए पुरस्कृत छात्रों की घोषणा की। इन छात्रों में हृदय कुच्छल द दून वैली पब्लिक स्कूल, मुजफ्फरनगर, खुशी वर्मा जी0वी0एस0 पब्लिक स्कूल, मंशा बातूल सैन्ट जेवियर्स, दिति बैंसला ज्ञानस्थली पब्लिक स्कूल, तान्या संस्कृति इण्टर नेशनल स्कूल, मान्या वर्मा शारदेन स्कूल, अवतार सिंह एस0डी0 पब्लिक स्कूल, मुजफ्फरनगर, विधि स्प्रिंग डेल्स पब्लिक स्कूल, कु0 वैशाली जे0पी0एस0 पब्लिक स्कूल, मोरना, खुशी राजकीय इण्टर कॉलेज, पुरकाजी की स्वरचित काव्य रचना सर्वश्रेष्ठ रही, इन सभी को अतिथियों द्वारा आशीर्वाद देकर पुरस्कृत किया गया।

मंच का सफल संचालन डॉ0 रणवीर सिंह एवं पंकज धीमान ने किया।

अन्त में पं0 संजीव शंकर ने अपने सुवचनों द्वारा बच्चों सुआशीष देते हुए उनके दीर्घायु की कामना करते हुए कहा कि आप देश का भविष्य हो और हिन्दी हमारी मातृ भाषा है, आप सभी ने अपनी मातृ भाषा में स्वरचित कविता को सुनाते हुए सभी का मन मोह लिया।

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