राष्ट्र रक्षकों को पेंशन नहीं तो जनप्रतिनिधियों को पेंशन क्यों?

राष्ट्र रक्षकों को पेंशन नहीं तो जनप्रतिनिधियों को पेंशन क्यों?

पीलीभीत। भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने केंद्र सरकार की ओर से देश की तीनों सेनाओं में युवाओं के लिए लाई गई बिना पेंशन की अग्निपथ स्कीम को लेकर ट्वीट करते हुए अग्निवीरों के मामले पर अब जनप्रतिनिधियों को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि अल्प अवधि की सेवा के बाद जब राष्ट्र रक्षकों को सरकार की ओर से पेंशन की सुविधा नहीं तो हम जनप्रतिनिधियों को पेंशन की सहूलियत क्यो?

शुक्रवार को अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए भाजपा सांसद वरुण गांधी ने कहा है कि देश की तीनों सेनाओं में युवाओं की नौकरी के लिए लाई गई अल्प अवधि की अग्निपथ योजना के तहत सेवा के बाद जब राष्ट्र भक्तों को पेंशन की सुविधा नहीं दी जा रही है तो हम जनप्रतिनिधियों को सरकार की ओर से पेंशन की सहूलियत क्यों?

बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने ट्वीट करते हुए यह भी लिखा है कि राष्ट्र रक्षकों को पेंशन का अधिकार नहीं है तो मैं भी खुद की पेंशन छोड़ने के लिए तैयार हूं। सांसद वरुण गांधी ने जनप्रतिनिधियों से अपील की है कि हम सब अपनी पेंशन छोड़ें ताकि देश की सेवा करने वाले अग्निवीरों को पेंशन मिल सके।

वैसे देखा जाये तो यह कोई पहला मौका नहीं है जब भाजपा के सांसद वरुण गांधी ने अपने ही दल की सरकार की नीतियों के खिलाफ मोर्चा खोला हो। इससे पहले भी सांसद वरुण गांधी अग्निपथ योजना का विरोध करने वाले छात्रों के समर्थन में खड़े हुए नजर आए थे। उस समय सांसद वरुण गांधी ने कहा था कि सरकार मुकदमे की धमकी देते हुए योजना का विरोध कर रहे छात्रों को डरा रही है इससे बातचीत के रास्ते बंद होंगे।

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