पति साथ नहीं ले गया तो फांसी लगा कर दे दी जान
इटावा। माता पिता और परिवार के अन्य लोगों के पालन पोषण के लिए गुजरात में रहकर नौकरी कर रहा युवक जब अपनी पत्नी को उसकी जिद के बावजूद अपने साथ नहीं ले गया तो फोन पर रात को पति से हुई कहासुनी के बाद विवाहिता ने उसके पीछे फांसी का फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। सवेरे के समय काफी समय तक बहू के कमरे से बाहर नही निकलने पर चिंतित हुए परिजनों ने पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा तो अंदर विवाहिता का शव पंखे में साड़ी के फंदे से लटका मिला। बहू की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने फांसी पर झूलते विवाहिता के शव को परिजनों की मदद से नीचे उतारा और पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।
रविवार को एसएसपी डा.ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि क्षेत्र के उदी गांव निवासी सोनू उर्फ अमरदीप की शादी पिछले साल 26 फरवरी को मैनपुरी के कुर्रा विनायकपुर गांव की 21 वर्षीया युवती शिवानी के साथ हुई थी। शादी के कुछ दिन बाद ही सोनू परिवार की आजीविका चलाने के लिये गुजरात के सूरत में नौकरी करने चला गया। शिवानी अपनी सास गायत्री, ससुर दलबीर सिंह और देवर सनी के साथ गांव में रहती थी। फोन पर बात होने पर शिवानी पति सोनू से सूरत ले चलने की बात कहती रहती थी और मना करने पर दोनों में फोन पर ही कहासुनी हो जाती थी। देर रात में भी फोन पर शिवानी की सोनू से बातचीत हुई। इसके बाद वह अपने कमरे सो गई। सुबह गायत्री ने बहू शिवानी जगाने के लिए दरवाजा खटखटाया। काफी देर तक दरवाजा न खुलने पर गाय़त्री ने परिजनों को जानकारी दी। परिजनों ने पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा तो अंदर शिवानी का शव पंखे में साड़ी के फंदे से लटका था।
मामले की सूचना पर पहुंची पुलिस और फारेंसिक टीम ने घटनास्थल जांच की। बढ़पुरा थानाध्यक्ष जितेंद्र शर्मा ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।