ग्राम सभा की बैठक में पति हुए शामिल तो महिला की प्रधानी खत्म
सहारनपुर। जिला पंचायत राज अधिकारी ने कहा है कि यदि महिला प्रधान की अध्यक्षता में आयोजित की जाने वाली ग्राम सभा की बैठक में उनके पति शामिल होते हैं तो महिला प्रधान से ग्राम प्रधान का पद छिन लिया जाएगा।
सोमवार को जिला पंचायत राज अधिकारी उपेंद्र राज सिंह ने कहा है कि विभाग को इस प्रकार की शिकायतें मिल रही है कि महिलाओं की सामाजिक स्थिति को सशक्त करने और उन्हें चूल्हे चौके के साथ साथ राजनीति के क्षेत्र में विकास के मौके उपलब्ध कराने के उद्देश्य से महिलाओं के लिए आरक्षित की गई सीटों से चुनकर ग्राम प्रधान बनी महिलाओं का कामकाज उनके पति देख रहे हैं और अनेक बैठकों के दौरान महिला ग्राम प्रधान तो अनुपस्थित रहती है और उनके स्थान पर पति ग्राम प्रधान के तौर पर ग्राम सभा की बैठकों की अध्यक्षता करते हुए कई तरह निर्णय लेते हैं। ग्राम प्रधान पति द्वारा पंचायतों का कामकाज देखना अब संभव नहीं होगा। सहारनपुर जनपद में कुल 884 ग्राम पंचायतें हैं। इनमें से 188 ग्राम पंचायतों में सामान्य जाति की महिलाएं ग्राम प्रधान बनी है। 102 ग्राम पंचायतों में पिछड़ी जाति की महिलाएं प्रधान निर्वाचित हुई है और 86 पंचायतों में अनुसूचित जाति की महिलाएं प्रधान का कामकाज देखने के लिए जनता द्वारा निर्वाचित हुई हैं। जिला पंचायत राज अधिकारी उपेंद्र राज सिंह ने कहा है कि अब पंचायतों का कामकाज सरकार और विभाग की ओर से तय किये गये मानकों के मुताबिक ही चलेगा। ग्राम सभा की सारी बैठकें पंचायत घर में ही आयोजित की जाएंगी। जिस गांव में अभी पंचायत घर नहीं बना है वहां की बैठक प्राइमरी स्कूल में आहूत की जाएगी। ग्रामसभा की बैठकों में महिला ग्राम प्रधानों के पति की मनाही होगी।