गरीब नवाज चाहे तो मोदी योगी शाह का नहीं चलेगा पता-कव्वाल अब भूमिगत
कानपुर। हिंदुस्तान के साथ-साथ मोदी योगी एवं अमित शाह को लेकर टिप्पणी करने वाले कव्वाल शरीफ अब कानून के डंडे को देखते ही भूमिगत हो गए हैं। मुकदमा दर्ज होने के बाद रातोरात अदृश्य हुए कव्वाल की खोज में पुलिस द्वारा उसके घर पर छापामार कार्रवाई करने के अलावा उसके परिजनों एवं आसपास रहने वाले लोगों से तकरीबन 2 घंटे तक पूछताछ की गई, मगर तमाम कोशिशों के बाद भी हाथ खाली ही रहे।
दरअसल कानपुर के बेगमगंज थाना क्षेत्र के दलेल पुरवा में रहने वाले कव्वाल शरीफ ने 28 मार्च को मध्य प्रदेश के रीवा में आयोजित किए गए उर्स के दौरान अपनी कव्वाली भारी मजमे के सामने प्रस्तुत की थी। उर्स में कानपुर एवं मुजफ्फरपुर के दो कव्वालों को बुलाया गया था। इस दौरान कानपुर के रहने वाले कव्वाल शरीफ ने मुकाबले के दौरान विरोधी कव्वाल का मुंह बंद करने के लिये देश को लेकर ऐसी आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी जिससे पुलिस को अब कव्वाल को खोजना पड़ रहा है।
दरअसल कव्वाल शरीफ ने कहा था कि मोदी जी कहते हैं हम हैं... योगी जी कहते हैं हम हैं और अमित शाह भी कहते हैं हम हैं.... मगर है कौन? अगर गरीब नवाज चाहें तो इनका पता भी नहीं चलेगा। कव्वाली पेश करते हुए पूरी फॉर्म में आ चुके कव्वाल यहीं पर ही नहीं रुके बल्कि उन्होंने दो कदम आगे जाते हुए कह दिया कि अगर गरीब नवाज चाहे तो हिंदुस्तान का भी पता नहीं चलेगा... कहां बसा था और कहां नहीं?
उल्लेखनीय बात यह है कि उर्स के मौके पर आयोजित किए गए इस कार्यक्रम में भाजपा के स्थानीय विधायक पंचू लाल प्रजापति की ओर से मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की गई थी। इस मामले का जब वीडियो वायरल हुआ तो मध्य प्रदेश के मनगवां थाना पुलिस ने बुधवार की रात कव्वाल शरीफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी थी।
कानपुर के एसीपी अनवरगंज अकमल खां ने बताया है कि बृहस्पतिवार की देर रात रीवा पुलिस महानगर में आई थी और उन्होंने कव्वाल शरीफ के खिलाफ दर्ज मुकदमे की जानकारी देते हुए कव्वाल के घर छापा मारा था लेकिन वह नहीं मिला।