बेटी हुई तो पत्नी को अस्पताल में छोड़कर भागा पति, लटकी कार्रवाई की तलवार
सहारनपुर। बिटिया को जन्म देने पर बीवी को जिला महिला अस्पताल में छोड़कर भागने वाला युवक शहजाद कार्रवाई के डर से अब बीवी और पुत्री को घर ले जाने को राजी हो गया है।
कोतवाली मंड़ी प्रभारी विजेंद्र रावत ने मंगलवार को बताया कि पुलिस और प्रशासन दोनों की सोच इनका परिवार जोड़ने की है तोड़ने की नहीं। शहजाद की बीवी आयशा ने अपने शौहर एवं सास-ससुर के खिलाफ दहेज उत्पीड़न के लिए तंग करने,पुत्री को जन्म देने पर जिला अस्पताल में छोड़कर भाग जाने और तीन तलाक की धमकी देने की शिकायत की थी। मामले के प्रकाश में आने पर जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने युवक और उसके परिजनों के खिलाफ विधिक कार्रवाई किए जाने की बात कही थी।
उच्चतम न्यायालय की वकील फराह फैज ने कोतवाल विजेंद्र रावत से मिलकर आग्रह किया कि यदि आयशा का शौहर उसे और उसकी नवजात पुत्री को साथ ले जाने को तैयार हो जाता है तो बेहतर है वरना उनके खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाए। शहजाद ने आज पुलिस को बताया कि बीवी का प्रसव कराने को लेकर विवाद हुआ था। वह प्राइवेट अस्पताल में प्रसव कराना चाहता था मगर उसकी बीवी और ससुराल वाले जिला महिला अस्पताल में प्रसव कराने की जिद्द पर अड़े थे।
गौरतलब है कि सहारनपुर की मंड़ी कोतवाली क्षेत्र के खाताखेड़ी निवासी नसीम की बेटी आयशा का डेढ़ वर्ष पूर्व देवबंद कोतवाली के गांव भनेड़ा में शहजाद के साथ निकाह हुआ था। 22 जनवरी की रात को आयशा ने जिला महिला अस्पताल, सहारनपुर में पुत्री को जन्म दिया था जिसकी सूचना मिलते ही शौहर शहजाद और ससुराल वाले उसे और नवजात पुत्री को अस्पताल में ही छोड़कर चुपचाप भाग गए थे।