धर्म छिपाया- सिख युवती से की शादी- हुई जेल
सहारनपुर। उत्तर प्रदेश में सहारनपुर जिले के सदर बाजार क्षेत्र में पुलिस ने धर्म छिपा कर सिख युवती से विवाह रचाने वाले एक युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि दो साल पूर्व धर्म छिपाकर सिख युवती से शादी करने वाले चिलकाना क्षेत्र के हरडाखेड़ी गांव निवासी मुकर्रम को सदर बाजार पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पिछले डेढ़ माह से सिख युवती पति द्वारा उसे अकेला छोड़कर भाग जाने से न्याय की गुहार लगाते हुये मारी-मारी फिर रही थी। पिछले शनिवार को युवती ने एसएसपी कार्यालय में प्रार्थना पत्र देकर अपने पति मुकर्रम पर धोखाधड़ी देने, भरण-पोषण ना करने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी।
पुलिस अधीक्षक नगर राजेश कुमार सिंह ने तब मामले की जांच कराकर कहा था कि यह लव जिहाद का मामला नहीं हैं बल्कि घरेलू हिंसा और पति द्वारा पत्नी को छोड़ दिए जाने का मामला है लेकिन अब बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्त्ताओं ने इस युवती को न्याय दिलाने के लिए एसएसपी डा. एस चनप्पा से मुलाकात की और पुलिस पर दबाव बनाकर थाना सदर बाजार में युवती की तहरीर पर उसके पति मुकर्रम के खिलाफ उत्तर प्रदेश विधि विरूद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिशोध अध्यादेश-2020 की धारा 3 एवं 5-1 एवं आईपीसी की धारा 506 और 420 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
सदर बाजार पुलिस निरीक्षक हरेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने आरोपी युवक मुकर्रम को गिरफ्तार कर सीजीएम कोर्ट में पेश किया। जहां से उसको जेल भेज दिया गया। महिला अधिकारों की लड़ाई लड़ने वाली सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता फराह फेज ने प्रेस कांफ्रेंस कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार से मांग की है कि धोखाधड़ी का शिकार हुई दो युवतियों को भरण-पोषण, रोजगार, कौशल विकास प्रशिक्षण दिया जाए।
फराह फेज ने कहा कि सहारनपुर के थाना कुतुबशेर क्षेत्र के शांता नगर निवासी सिख युवती चार माह की गर्भवती है और छह माह का बेटा उसकी गोद में है। दो साल पूर्व वह चंडीगढ़ में एक माल में सर्विस करती थी जहां मुकर्रम युवती के संपर्क में आ गया और चंड़ीगढ़ में कोर्ट मैरिज की जिसमें उसने लड़़की को बिना बताए उसका मुस्लिम नाम दर्ज करा दिया।
लड़की को मुकर्रम के परिजनों ने स्वीकार नहीं किया और उस पर इस्लामिक रीति-रिवाज को अपनाने का दबाव बनाया। लड़की का कहना है कि ना तो उसने अपना नाम बदला और ना ही धर्म बदला। इस कारण मायके वालों ने उसे अपने यहां शरण नहीं दी और मुकर्रम उसे सहारनपुर के सदर बाजार इलाके में किराए का मकान लेकर रहने लगा। युवक का कोई भी रोजगार नहीं था। उसने अपनी पत्नी पर दबाव बनाया कि वह ही कोई कामकाज करें और कमाई का जरिया बने। इसके लिए अब वह तैयार नहीं थी।
वार्ता