यहां पर फिर बढ़ा खतरा-7 साल के बच्चे समेत नो कोरोना पॉजिटिव
इंदौर। सड़कों व विभिन्न कार्यक्रमों व समारोहों में लोग जिस तरह से बिना मास्क सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते हुए फिर रहे हैं उसके चलते कोरोना का खतरा टला नहीं है। इंदौर से मिल रही चौंकाने वाली खबरों के मुताबिक पिछले 24 घंटों के भीतर कोरोना के 9 नए मामले सामने आए हैं। जिसके चलते कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी होते हुए 20 तक पहुंच गई है।
मंगलवार को इंदौर में कोरोना के नए मरीजों के सामने आने के बाद लोगों के बीच फिर से चिंताएं बढ़ने लगी है। बीते कुछ दिनों से मरीजों की संख्या नहीं के बराबर दिखाई दे रही थी लेकिन बीते कई दिनों से जिस तरह से कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्या में इजाफा होना शुरू हुआ है उससे लगातार नए मरीज मिल रहे हैं। नए मरीजों में 4 लोग एक ही परिवार के सदस्य हैं। 2 मरीज तो ऐसे हैं जो मुंबई से वापिस लौटे हैं। 7 साल का बालक भी कोरोना पॉजीटिव पाया गया है। इन सभी मरीजों को कोविड-19 सेंटर में भर्ती कराया गया है। दरअसल इस महीने में कोरोना के हालात ठीक थे। मरीजों की संख्या भी कम ही आई थी। इसके पहले इंदौर में सितंबर माह में एक साथ 9 लोग पॉजिटिव आए थे। ये सभी महू के कैंट एरिया के थे। ट्रेवल हिस्ट्री पाई गई थी क्योंकि ये लोग राजस्थान, गोवा आदि जगहों पर गए थे। सभी को महू आमी हॉस्पिटल में आइसोलेट किया गया था। करीब तीन सप्ताह में स्थिति में नियंत्रण हुआ। चिंताजनक बात यह भी है कि हाल ही में सात लोगों को कोरोना पॉजिटिव आने पर उनके सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग जांच के लिए दिल्ली भेजे गए थे। इनमें से सात लोगों में डेल्टा का वैरिएंट एवाय-4 मिला है। इनमें से तीन लोग इंदौर के पलासिया निवासी है जबिक तीन लोग महू व एक धार का रहने वाला है। इंदौर के तीनो लोग पिछले माह तिरूपति बालाजी गए थे। एमवाय अस्पताल के डॉ. वीपी पांडे ने बताया कि नए वैरिएंट की संक्राकमता कितनी है यह कुछ समय बाद पता चलेगा। हर वायरस के नए नए वैरिएंट आना एक प्रक्रिया है। लोगों को जागरूक रहने की जरूरत है।