पकडो पकडो और सरेआम थानेदार का मोबाइल लेकर हो गया फरार

बागपत। कुख्यात बदमाशों को घेरकर उन्हें अपने हथियारों का पीतल चखाने वाली पुलिस एक बंदर के आगे असहाय होते हुए भीगी बिल्ली बन गई। आवास पर नाश्ता कर रहे थानेदार का मोबाइल उनकी आंखों के सामने उठाकर बंदर रफूचक्कर हो गया, जिससे मोबाइल छुड़ाने में खाकी के पसीने निकल गए। तकरीबन डेढ घंटे तक पुलिस को दौडाने वाले बंदर के हाथों से गांव वालों की मदद से मोबाईल को वापिस पाया जा सका।
दरअसल बुधवार को जनपद बागपत के बिनौली थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर देवेंद्र त्यागी सवेरे के समय अपने आवास के भीतर नाश्ता कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने अपने दोनों मोबाइल बिस्तर पर रख रखे थे। इसी बीच सिकंदर बनकर थानेदार के मकान पर पहुंचा बंदर प्रभारी निरीक्षक के मोबाइल को उठाकर रफूचक्कर हो गया। उक्त मोबाइल में थाने का सीयूजी नंबर पड़ा हुआ है। बंदर को मोबाइल ले जाते देख पहले तो थानेदार ने खुद ही बंदर के कब्जे में पहुंच चुके मोबाइल को छुड़ाने की कोशिश की। लेकिन सफलता हाथ नहीं लगने के बाद थानेदार ने अपने स्टाफ को अवगत कराया। जिसके चलते सक्रिय हुए पुलिसकर्मियों ने बंदर के हाथों में पहुंच चुके मोबाइल को छुड़ाने का प्रयास किया। लेकिन बंदर सभी को छकाते हुए थानेदार के मोबाइल को लेकर गांव की एक बस्ती में पहुंच गया।
हालात कुछ ऐसे बने कि बंदर आगे आगे और पुलिसकर्मी पीछे पीछे। बंदर के पीछे भाग रहे पुलिसकर्मियों के मुंह से बस एक ही बात निकल रही थी कि बंदर को पकड़ो बंदर को पकड़ो। पुलिसकर्मियों के शोर मचाने का नतीजा यह हुआ कि जनता के सहयोग से पुलिसकर्मी तकरीबन डेढ़ घंटे की भागदौड़ के बाद बंदर के कब्जे में पहुंच चुके मोबाइल को छुड़ाने में कामयाब हो सके। मोबाइल मिलने के बाद ही पुलिस की जान में जान वापस आ सकी।