Film City कसौटी पर खरी उतरेगी दुनिया के सामने एक नजीर पेश करेगी : सीएम
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फिल्म जगत को आश्वस्त करते हुये कहा कि 50 साल की जरूरतों का ध्यान में रखकर राज्य में फिल्म सिटी का निर्माण किया जायेगा जो न सिर्फ सिनेमा जगत की कसौटी पर खरी उतरेगी बल्कि पूरी दुनिया के सामने एक नजीर पेश करेगी।
फिल्म सिटी के संबंध में फिल्म प्रोड्यूसर्स के साथ भेंट वार्ता करते मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी... https://t.co/PHZUT4p7So
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) September 22, 2020
यमुना एक्सप्रेस-वे सेक्टर-21 में लगभग 1,000 एकड़ में प्रस्तावित फिल्म सिटी को लेकर योगी ने मंगलवार को सिनेमा जगत की महत्वपूर्ण हस्तियों के साथ बैठक में कहा उत्तर प्रदेश में अपूर्णता का कोई स्थान नहीं। यहां अधूरा कुछ नहीं होता। यह राम की अयोध्या, कृष्ण की मथुरा, शिव की काशी के साथ ही बुद्ध, कबीर और महावीर की भी धरती है। गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम है। पूर्णता का प्रतीक यह राज्य दुनिया को आधुनिक साज सज्जा के साथ फिल्म सिटी का तोहफा देगा।
अनुपम खेर, परेश रावल, उदित नारायण, नितिन देसाई, कैलाश खेर, अनूप जलोटा, अशोक पंडित, सतीश कौशिक सहित जैसे अनेक दिग्गजों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि फिल्मों ने हमारी भारतीय संस्कृति से विश्व जगत को परिचित कराया है। यह समाज का दर्पण हैं। ऐसे में फिल्म निर्माण को बढ़ावा देने और स्थानीय प्रतिभाओं को विशेष अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में मॉडर्न फिल्म सिटी और इन्फोटेनमेन्ट जोन की स्थापना का निर्णय लिया है।
इस दिशा में हमारे प्रयास अधिक उपयोगी, लाभदायक और व्यापक बन सकें, इसके लिए हम पूरे फ़िल्म जगत से सुझाव आमंत्रित कर रहे हैं। संवाद के माध्यम से एक-दूसरे की आवश्यकताओं को समझने और उनकी पूर्ति करने का अवसर प्राप्त होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि फ़िल्म जगत के लोगों के सुझाव और अनुभवों का लाभ लेते हुए हम वैश्विक फ़िल्म जगत को एक नया विकल्प देने को तत्पर है।
उन्होने कहा " फिल्म सिटी में वर्ल्ड क्लास सिविल व पब्लिक एमेनिटीज की स्थापना प्रस्तावित है। हमारा प्रयास रहेगा कि इसे सर्वोत्कृष्ट डेडिकेटेड इंफोटेनमेंट जोन के रूप में विकसित किया जाए। आने वाला समय ओटीटी व मीडिया स्ट्रीमिंग का है। इसके लिए हाई कैपेसिटी, वर्ल्ड क्लास डाटा सेंटर की स्थापना भी इंफोटेनमेंट जोन में की जाएगी। उन्होंने कि हम कंटेंट डिस्ट्रीब्यूशन के लिए स्मूथ व फूलप्रूफ व्यवस्था के साथ-साथ टैक्स एक्जेम्शन की सुविधा पर भी विचार कर रहे हैं। सभी के सहयोग से यह फिल्मसिटी जल्द ही आकार लेगी।"
योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश भारतीय संस्कृति, सभ्यता और समृद्ध परंपरा का सबसे महत्वपूर्ण केंद्र है। यमुना एक्सप्रेस-वे क्षेत्र में जहां यह फ़िल्म सिटी विकसित करने का विचार है, वह भारत के ऐतिहासिक, पौराणिक इतिहास से सम्बद्ध है। यह हस्तिनापुर का क्षेत्र है। हमारे दिव्य-भव्य कुंभ से पूरी दुनिया आह्लादित है। फ़िल्म सिटी भी सभी की उम्मीदों को पूरा करने वाली होगी।
इस मौके पर यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ अरुनवीर ने प्रस्तावित फ़िल्म सिटी के संबंध में एक प्रस्तुतिकरण दिया और बताया कि यमुना एक्सप्रेस-वे सेक्टर-21 में लगभग 1,000 एकड़ भूमि पर इसका विकास होगा। इसमें 220 एकड़ कॉमर्शियल एक्टिविटी के लिए आरक्षित होगा। यह मथुरा-वृंदावन से 60 और आगरा से 100 किमी की दूरी पर है। हम यहां फ़िल्म सिटी के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ 35 एकड़ में फ़िल्म सिटी पार्क भी विकसित करेंगें।
उन्होने कहा कि यह क्षेत्र रेल और सड़क परिवहन से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। एशिया का सबसे बड़ा जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट समीप ही है। यह भी शीघ्र तैयार हो जायेगा। इसे मेट्रो, रैपिड रेल ट्रांसपोर्ट सिस्टम और हाई स्पीड ट्रेन से भी जोड़ने की योजना है। हम जो कुछ कर रहे हैं वर्ष 2060 की जरूरतों के मद्देनजर कर रहे हैं।
इससे पहले अपर मुख्य सचिव सूचना अवनीश अवस्थी ने पिछले साढ़े तीन वर्ष के भीतर उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास की यात्रा से सभी को अवगत कराया ।