किसान धन्योतमा ऐप से सीधे बेच सकेंगे अपना उत्पाद : अभिषेक सिंह
औरैया । उत्तर प्रदेश में औरैया के जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने मोबाइल ऐप का लोकार्पण करते हुए कहा कि किसानों के लिए डिजिटल मार्केटिंग प्लेटफॉर्म की बहुत जरूरत है। इस ऐप से किसान और उपभोक्ता के बीच सीधा संपर्क होगा। उपभोक्ता सीधे उत्पादकों से आनलाइन उत्पाद खरीद पाएंगे। साथ ही साथ अपने उत्पाद के तैयार होने के हर चरण को भी देख पाएंगे।
जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने शुक्रवार को यहां कलेक्ट्रेट सभागार में कृषक उत्पादक संगठनों, उत्पादक समूहों, एनआरएलएम के महिला स्वयं सहायता समूह, देसी घी के उत्पादकों की एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में किसानों व अन्य उत्पादकों ने अपने अपने विचार रखते हुए समस्याओं एवं उसके समाधान के बारे में जिलाधिकारी को अवगत कराया।
जिलाधिकारी ने किसानों और उपभोक्ताओं को आपस में जोड़ने के लिए डिजिटल मार्केटिंग प्लेटफॉर्म के रूप में बनाये गये एक मोबाइल ऐप धन्योतमा का लोकार्पण किया गया। उन्हाेंने कहा कि वर्तमान में इस प्रकार के डिजिटल मार्केटिंग प्लेटफॉर्म की बहुत जरूरत है। इस ऐप से किसान और उपभोक्ता के बीच सीधा संपर्क होगा। इस एप से उपभोक्ता सीधे उत्पादकों से आनलाइन उत्पाद खरीद पाएंगे। साथ ही साथ अपने उत्पाद के तैयार होने के हर चरण को भी देख पाएंगे। इससे उपभोक्ता को अच्छे किस्म का उत्पाद प्राप्त होगा। एफपीओ से जुड़े 32 सौ किसानों चार हजार से अधिक महिला स्वयं सहायता समूह से जुड़ी 50 हजार से अधिक महिलाओं तथा देसी घी के सैकड़ों उत्पादकों की मार्केटिंग की समस्या के ध्यान में रखकर यह मोबाइल ऐप बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि इस ऐप से किसान और उपभोक्ता के बीच के सभी बिचौलिए अलग हट जायेंगे। किसानों और उत्पादकों को अच्छी कीमत और तुरंत ऑनलाइन भुगतान मिलेगा। उपभोक्ता के लिए भी यह अच्छा है कि उससे अच्छी गुणवत्ता का कृषि उत्पाद उचित कीमत पर प्राप्त होगा और उससे यह जानकारी रहेगी कि कौन सा किसान उसके लिए किसका उत्पादन कर रहा है।
विचार गोष्ठी में ही पीडीआरजी नाम के एफपीओ के सीईओ यतींद्र सिंह ने मोबाइल एप के साथ सरसों के तेल, मल्टीग्रेन आटा, मुंग दाल और बेसन की सीधी बिक्री कानपुर की ग्राहक विमलेश कुमारी को ऑनलाइन की जिसकी डिलीवरी होते ही उन्हें ऑनलाइन भुगतान भी प्राप्त हो जाएगा। गोष्ठी में आईआईटी कानपुर इनक्यूबेटेड द्वारा मोबाइल ऐप को तकनीकी प्रस्तुतीकरण करते हुए इसकी विशेषताओं एवं फीचर्स के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि इस ऐप की खास बात यह है कि इस डिजिटल मार्केटिंग प्लेटफॉर्म में कोई बिचौलिया नहीं होगा। किसान उत्पादक संगठन, उत्पादक समूह, स्वयं सहायता समूह, देसी घी, पोल्ट्री, डेरी प्रोडक्ट आदि के उत्पादक किसान निशुल्क अपना रजिस्ट्रेशन कराकर यूजर आईडी पासवर्ड के द्वारा इसमें शामिल होंगे। किसान अपने खेत में बोई फसल अनुमानित उत्पादन, फसल के विभिन्न अवस्थाओं के जियो टैग युक्त फोटो इस मोबाइल ऐप में अपलोड करेंगे। दूसरी तरफ उपभोक्ता इस ऐप में अपना रजिस्ट्रेशन कराकर फीड की गई मात्रा के अनुसार कृषि उत्पादों की खरीदारी कर सकेंगे।
जिलाधिकारी ने डीडी कृषि व अन्य संबंधित अधिकारियों से कहा कि वह इस ऐप की क्वालिटी व तकनीकी पर कार्य करते रहें। यदि किसानों व उपभोक्ताओं को इस्तेमाल करने में यदि कोई समस्या आती है तो उसे ठीक किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि उपभोक्ताओं को खराब माल ना प्राप्त हो। किसानों और उपभोक्ताओं को यह मोबाइल ऐप डाउनलोड कराया जाए और उनका फीडबैक लिया जाये। गोष्ठी का संचालन उप निदेशक कृषि विजय कुमार द्वारा किया गया इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी, परियोजना निदेशक, उपायुक्त जिला उद्योग केंद्र, जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड, अग्रणी जिला प्रबंधक, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी उपस्थित थे।