ललितपुर और बुंदेलखंड में किसानों ने की आत्महत्या- पुलिस ने बताई वजह
ललितपुर। उत्तर प्रदेश में बुंदेलखंड के ललितपुर जिले में शनिवार को खाद की कमी के कारण एक किसान की कथित खुदकुशी के मामले की प्राथमिक जांच के बाद पुलिस ने आर्थिक तंगी के कारण कर्ज के बोझ को आत्महत्या की वजह होने की आशंका जतायी है। हालांकि मृतक के परिजन आर्थिक तंगी के साथ खाद की कमी को भी इस घटना की वजह बता रहे हैं।
ललितपुर के सदर कोतवाली अंतर्गत ग्राम मसौराखुर्द निवासी 37वर्षीय रघुवीर पुत्र पृथ्वीपत पटेल ने अपने खेत पर जामुन के एक पेड़ से फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस को मृतक के शव के पास बरामद हुये सुसाइड नोट में खुदकुशी की वजह खाद न मिलने का जिक्र है।
इस सम्बंध में कोतवाली सदर के प्रभारी निरीक्षक विनोद मिश्रा ने घटना की प्राथमिक जांच के आधार पर बताया कि मृतक के पास से बरामद सुसाइड नोट में खाद ना मिलने की बात लिखी पायी गयी। जबकि गांव में स्थित खाद की दुकान में खाद उपलब्ध था और घटना के दिन उसे कोई खरीदने भी नहीं आया।
विनोद मिश्रा ने कहा कि मृतक के ऊपर अत्यधिक कर्ज भी था। जांच में पता चला है कि मृतक के नाम कुल 3.899 हैक्टेयर भूमि है। मृतक द्वारा पूर्व में लगभग 60 प्रतिशत कृषि भूमि पर बुआई की जा चुकी थी। जांच में यह भी पता चला है कि गांव में ही खाद की दुकान स्थित है। दुकान के रिकॉर्ड से पता चला है कि दुकान में 700 बोरी खाद उपलब्ध थी। शनिवार को हुयी घटना के दिन भी दुकान में छह बोरी खाद थी,जिसे लेने वाला कोई नहीं था।