सादगी की मिसाल-बिना तामझाम रिटायर होंगे पुलिस मुखिया-परेड से भी इंकार

सादगी की मिसाल-बिना तामझाम रिटायर होंगे पुलिस मुखिया-परेड से भी इंकार

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के डीजीपी देशभर के लिए सादगी की मिसाल बनने जा रहे हैं। आगामी 30 जून को सेवानिवृत्त हो रहे डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने सेवानिवृत्ति पर किसी भी तरह के आयोजन से इंकार करते हुए विदाई परेड को भी मना कर दिया है। पुलिस विभाग के अपने सफर में डीजीपी की छवि साफ-सुथरी रही है और वह कड़कदार और कर्तव्यनिष्ठ अफसरों में गिने जाते हैं। उत्तर प्रदेश के डीजीपी पद से रिटायर हो रहे पुलिस अफसर हितेश चंद्र अवस्थी वर्ष 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी है। वह तकरीबन 14 वर्षों तक सीबीआई में भी तैनात रहे हैं।

आईपीएस हितेश चंद्र अवस्थी ने 31 जनवरी को कार्यवाहक डीजीपी के रूप में कार्यभार संभाला था। अवस्थी 12 साल तक केंद्रीय जांच ब्यूरो सीबीआई में भी कार्यरत रहे हैं। फर्रुखाबाद में 26 बच्चों को बंधक बनाने की सिरफिरे की हरकत पर सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ आला पुलिस अधिकारियों के साथ योजना बनाने में हितेश चंद्र अवस्थी की सक्रियता से आभास होने लगा था कि वह कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक होंगे। सतर्कता अधिष्ठान के महानिदेशक 1985 बैच के आईपीएस हितेश चंद्र अवस्थी 30 जून 2021 में रिटायर होंगे।

हितेश चंद्र अवस्थी का गृह जनपद लखनऊ ही है। वह राजनीति विज्ञान में एमए हैं। इसके अलावा उन्होंने डिप्लोमेसी और पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में एमफिल किया हुआ है। एडीजी पद पर प्रोन्नत होने से पहले वह दो बार सीबीआई में अलग-अलग पदों पर काम कर चुके हैं। वह वर्ष 2001 में पहली बार केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गए और सीबीआई में एसपी के पद पर काम किया। इसके बाद वर्ष 2005 में वह दोबारा केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गए।

हितेश चंद्र अवस्थी वर्ष 2005 से 2008 तक नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो एनसीआरबी में डीआईजी-डिप्टी डाइरेक्टर तथा 2008 से वर्ष 2013 तक सीबीआई में आईजी-ज्वाइंट डाइरेक्टर के पद पर कार्यरत रहे। अवस्थी डीआईजी के पद पर रहते हुए प्रदेश के गृह विभाग में दो बार विशेष सचिव भी रहे। जिले के एसपी के रूप में उनकी तैनाती अविभाजित टिहरी गढ़वाल और हरिद्वार में भी रही है। एसपी पद पर तैनाती से पहले वह बरेली, शाहजहांपुर, लखनऊ, सहारनपुर व आगरा में तैनात रहे। डीआईजी के रूप में वह आजमगढ़ व आगरा रेंज में तैनात रहे हैं।

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