कमिश्नर के औचक निरीक्षण में सब कुछ मिला रामभरोसे-BDO का ज्ञान भी अधूरा

सहारनपुर। मंडलायुक्त द्वारा किए गए विकासखंड गंगोह के निरीक्षण में कई कर्मचारी नदारद मिले। इसके अलावा खंड विकास अधिकारी की कार्यशैली भी खराब मिली और उच्चाधिकारियों के निर्देशों का अनुपालन नहीं कर दायित्वों के निर्वहन में भी शिथिलता मिली जिसके चलते खंड विकास अधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टि दिए जाने के कमिश्नर ने निर्देश दिए।
मंगलवार को सहारनपुर मंडल आयुक्त लोकेश एम विकासखंड गंगोह कार्यालय का औचक निरीक्षण करने के लिए पहुंच गए। इस दौरान कमिश्नर को खंड विकास अधिकारी की कार्यशैली भी खराब मिली और उच्चाधिकारियों के निर्देशों के अनुपालन के दायित्व के निर्वहन में भी उनकी पूरी तरह से शिथिलता पाई गई। जिसके चलते कमिश्नर की ओर से बीडीओ को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए गए हैं। इस दौरान एडीओ उपेंद्र सिंह को स्वयं सहायता समूहों की गतिविधियों की जानकारी नहीं होने तथा विकास खंड के लेखाकार एवं सहायक विकास अधिकारी की अनधिकृत अनुपस्थिति पाई गई। इसे लेकर कमिश्नर द्वारा अग्रिम आदेशों तक एडीओ उपेंद्र सिंह एवं लेखाकार व सहायक विकास अधिकारी का मार्च महीने का वेतन रोके जाने के आदेश दिए गए।
मंडलायुक्त ने पूर्व में कार्यालय प्रबंधन विषय को लेकर खंड विकास अधिकारियों के साथ बैठक की और निर्देशों के अनुपालन की स्थिति का बिंदुवार जायजा लिया। बैठक में निर्देशों का खंड विकास अधिकारी के स्तर पर अनुपालन नहीं किया गया। नोटिस बोर्ड पर भी लाभार्थीपरक एवं जन उपयोगी योजनाओं की एक्टिविटी के फोटोग्राफ निरीक्षण के दौरान देखने को नहीं मिले। कार्यालय अभिलेख जैसे आरटीआई, आर जी आर एस एवं जन शिकायत पंजिका में भी प्रविष्टियां अधूरी पाई गई है।
खंड विकास अधिकारी द्वारा पंजिकाओं का नियमित सत्यापन भी नहीं किया गया था। डिस्पैच पंजिका में पत्रों की आधी अधूरी प्रविष्टियां पाई गई है। कार्यालय कक्षों के भीतर भी सेलेब्स के ऊपर पुराने रिकॉर्ड अस्त-व्यस्त हालत में पाए गए। बीडीओ स्वयं सहायता समूह द्वारा की जा रही गतिविधियों की जानकारी भी कमिश्नर को उपलब्ध नहीं करा सके।