निरीक्षण के दौरान हाथ में ईट उठाकर बोली डीएम मैं छोडूंगी नहीं
चंदौली। छुट्टी का फायदा उठाते हुए निरीक्षण करने के लिए पहुंची जिलाधिकारी को निर्माणाधीन इकाई की बिल्डिंग निर्माण प्रक्रिया में जब दोयम दर्जे का सामान इस्तेमाल होता हुआ दिखाई दिया तो हाथ में ईट उठाकर डीएम बोली कि मैं छोडूंगी नहीं।
दरअसल शासन की मंशा के अनुरूप अति पिछड़े जिलों में शामिल जनपदों में युवा जिला अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। चंदौली जनपद में जिलाधिकारी नियुक्त की गई ईशा दुहन गोवर्धन पूजा के दिन छुट्टी का सदुपयोग करने के इरादे से चकिया क्षेत्र में निर्माणाधीन आईटीआई बिल्डिंग के निर्माण का निरीक्षण करने के लिए पहुंच गई।
डीएम ने सबसे पहले तो आईटीआई बिल्डिंग के निर्माण की धीमी प्रक्रिया को लेकर अपनी नाराजगी जताई। जिलाधिकारी को निरीक्षण के दौरान जब बिल्डिंग के निर्माण में दोयम दर्जे का सामान इस्तेमाल होता हुआ मिला तो वह बुरी तरह से आग बबूला हो गई।
उन्होंने बिल्डिंग निर्माण में इस्तेमाल के लिए लाई गई ईटों को जब हाथ में उठाकर देखा तो उसकी गुणवत्ता तीसरे दर्जे की मिली। जिलाधिकारी ने मौके पर मौजूद अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि सभी निर्माण सामग्री का सैंपल लिया जाए और प्रयोगशाला में उसकी टेस्टिंग कराई जाए। क्योंकि बिल्डिंग निर्माण के लिए लाया गया सामान तीसरे दर्जे का दिखाई दे रहा है।
उन्होंने कहा है कि थर्ड क्वालिटी का मैट्रियल किसी भी दशा में बिल्डिंग निर्माण में इस्तेमाल नहीं होने दिया जाएगा। अगर इस तरह की स्थिति आगे भी दिखाई दे गई तो हाथ में ईट उठाकर डीएम बोली कि मैं छोडूंगी हरगिज नहीं।