DSO ने निरीक्षण कर जानी खाद्यान्न वितरण की हकीकत
मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे के निर्देश पर जिला पूर्ति अधिकारी बीके शुक्ला ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत निशुल्क खाद्यान्न वितरण की हकीकत सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों का निरीक्षण करते हुए जानी।
बृहस्पतिवार को जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे के निर्देशन में जिला पूर्ति अधिकारी पीके शुक्ला कोरोना वायरस के संक्रमण काल की वजह से लगाए गए लॉकडाउन के संकट में फंसे लोगों के लिए चलाई जा रही प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत मुफ्त खाद्यान्न वितरण योजना का निरीक्षण करने के लिए सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों पर पहुंचे। जिला पूर्ति अधिकारी ने सदर ब्लाक क्षेत्र के गांव बामनहेड़ी, सिसौना और छपार आदि कई गांवों में पहुंचकर सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने दुकान के दस्तावेजों की जांच पड़ताल करते हुए मुफ्त खाद्यान्न वितरण की व्यवस्था की जांच परख की। उन्होंने सस्ता गल्ला विक्रेताओं से कहा कि खाद्यान्न वितरण में किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ सभी कोटेदार पात्र कार्ड धारकों को मुफ्त खाद्यान्न का वितरण करें। उन्होंने कहा कि खाद्यान्न वितरण के दौरान कोविड-19 के नियमों का विशेषता से ध्यान रखा जाए। दुकान पर एक समय में ज्यादा भीड़ उत्पन्न ना हो। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए दुकानों के बाहर गोल घेरे बनाए जाएं। जिनमें दूरी का विशेषता से ध्यान रखा जाए। उपभोक्ता को राशन देने से पहले उसके हाथ सैनेटाईजर अथवा साबुन से धुलवाये जाए और उसके बाद मशीन पर अंगूठा लगवाकर उसे खाद्यान्न दिया जाए। उन्होंने कोटेदारों को साफ-साफ चेताया कि गरीबों के हक खाद्यान्न पर किसी को भी डाका नहीं डालने दिया जाएगा। यदि किसी भी कोटेदार के संबंध में गड़बड़ी किए जाने की शिकायत मिलती है तो उसके खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराते हुए दुकान का लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा।