डोली नीयत तो करा दी खाकी की फजीहत
लखनऊ। आमतौर पर कहा जाता है कि मन बहुत ही चंचल होता है और इस मन की चंचलता किसी से छिपी भी नहीं है। लेकिन जब नीयत डोल जाती है तो वह भरे बाजार इंसान की फजीहत करा देती है। इसी तरह जब खाकी की नीयत डोली तो उसने पुलिस विभाग की भरे बाजार फजीहत करा दी। पुलिस कमिश्नर ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए आरोपी पुलिसकर्मी को निलंबित कर उसके खिलाफ जांच का आदेश भी दिया है।
दरअसल राजधानी के हुसैनगंज स्थित वी-मार्ट मॉल में एक पुलिसकर्मी सामान की खरीदारी करने के लिए गया था। इस दौरान माॅल में पहुंचे पुलिस लाइन में तैनात सिपाही आदेश कुमार ने माॅल के अंदर तीन शर्ट पसंद की। बिना कीमत चुकाये तीनों शर्ट को बदन पर एक साथ पहनने के बाद सिपाही ने ऊपर से अपनी वर्दी पहन ली। इसके बाद वह बाहर निकलने लगा। लेकिन सिपाही की करतूत पर माॅल कर्मचारियों की निगाह पड़ गई और उन्होंने उसे पकड़ लिया। कर्मचारियों ने जब सिपाही को दबोचा तो वह उनके ऊपर रौब गालिब करते हुए उनके साथ हाथापाई करने लगा। इस दौरान कर्मचारियों ने उसकी वर्दी उतारने की कोशिश की तो वर्दी के नीचे नई शर्ट दिखाई दी।
शर्ट चोरी के खुलासे के बाद कर्मचारियों ने सिपाही की जमकर धुनाई कर दी और पुलिस को समूचे मामले की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने हस्तक्षेप करते हुए मामले को शांत कराया। शर्ट चोरी का मामला उस समय खुला जब शर्ट चोरी कर ले जा रहा सिपाही माॅल के गेट पर लगे मेटल डिटेक्टर के पास पहुंचा। जैसे ही सिपाही गेट से बाहर निकलने लगा तभी सिग्नल पर तेजी से बीप-बीप की आवाज आने लगी। इस पर कर्मचारियों ने सिपाही को रोक लिया। मौके पर कहासुनी होने लगी। मारपीट के बाद मौके पर पहुंचे प्रभारी निरीक्षक हुसैनगंज दिनेश कुमार बिष्ट ने मामले को शांत कराया। उन्होंने सिपाही से तीनों शर्ट की कीमत अदा करने को कहा और उसकी रसीद भी सिपाही को दिलवा दी।
पुलिस के मुताबिक वारदात 21 फरवरी की है। जिसका वीडियो बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। पुलिस के मुताबिक आरोपी सिपाही गोमती नगर विस्तार में तैनात था और उसे हाल ही में पुलिस लाइन भेजा गया था। बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया पर इस समूचे घटनाक्रम का वीडियो वायरल होने की जानकारी पर मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने आरोपी सिपाही आदेश कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। वहीं सिपाही के खिलाफ उन्होंने जांच के आदेश भी दिए हैं।
जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद सिपाही को नौकरी से बर्खास्त भी किया जा सकता है। उधर सिपाही की वर्दी में पिटाई करने के मामले में माॅल कर्मचारियों के खिलाफ भी पुलिस कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। तहरीर मिलने के बाद मुकदमा दर्ज कर सभी आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी।