डीएम ने महिलाओं से हक की बात कर दी योजनाओं की जानकारी
हापुड। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में महिलाओं तथा किशोरियों की सुरक्षा सम्मान एवं स्वावलंबन हेतु चलाये मिशन शक्ति फेज 0.4 अभियान के अंतर्गत जिलाधिकारी मेधा रूपम द्वारा हक की बात कार्यक्रम का आयोजन महिलाओं तथा बालिकाओं को स्वावलंबी बनाने उनमें सुरक्षित परिवेश की अनुभूति कराने के संबंध में जागरूक किया गया है।
जिलाधिकारी मेधा रूपम ने कलेक्ट्रेट सभागार में मिशन शक्ति 2.0 अभियान के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम में आई महिलाओं के साथ बातचीत करते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में महिलाओं तथा किशोरियों की सुरक्षा सम्मान एवं स्वावलंबन हेतु मिशन शक्ति फेज 0.4 अभियान चलाया जा रहा है। इसका उद्देश्य महिलाओं तथा बालिकाओं को स्वावलंबी बनाना, उनमें सुरक्षित परिवेश की अनुभूति कराने के संबंध में जागरूक किया जाना है। हक की बात कार्यक्रम के तहत महिलाओं को बताया गया कि यौन हिंसा, लैगिक असमानता, घरेलू हिंसा, दहेज हिंसा, कन्या भ्रूण हत्या, कार्यस्थल पर लैंगिक हिंसा के साथ ही निम्न असुरक्षित स्थानों की भी महिलाएं सूचना दे सकती हैं।
कार्यक्रम में महिला पुलिस निरीक्षक मनु सक्सेना ने महिलाओं को कानूनी धाराओं के बारे में अवगत कराया। इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने महिलाओं से वार्ता करते हुए कहा कि वर्तमान समय में महिलाओं का सशक्त होना बहुत आवश्यक है। आत्मनिर्भर महिलाएं समाज की अन्य महिलाओं को उत्साहित करें। हर क्षेत्र में महिलाएं आगे बढ़े।
कार्यक्रम में आंगनबाड़ी कार्यकत्री रंजना शर्मा ने अपने कार्यों को गाकर बताया। वन स्टॉप सेंटर की केंद्र प्रभारी सोनिया ने अपने विभाग के कार्यों पर प्रकाश डाला और समाजसेवी महिला सोनम ने भी जिलाधिकारी को अवगत कराया कि समाज में पिछड़े, गरीब बच्चों को शिक्षा देकर अपने आप को गौरवान्वित महसूस करती हूं। बालिकाओं के लिए शिक्षा अत्यंत आवश्यक है। कार्यक्रम के अंत में जिला अधिकारी ने वहां पर उपस्थित सभी महिलाओं व बालिकाओं से कहा कि कभी भी कोई समस्या है तो मेरे कार्यालय में आकर बताएं। उस समस्या का समाधान अवश्य किया जाएगा।
कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रेखा शर्मा, जिला उद्यान अधिकारी शिवानी तोमर, डी0 सी 0 एनआरएलएम आशा देवी, सहायक श्रमआयुक्त सर्वेश कुमारी, जिला समन्वय कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय दीपा तोमर व शिक्षिकाएं बालिकाएं उपस्थित रहीं।