इधर धरना उधर आरोपी जेल में-ऐसे कैसे पूरी होगी राकेश की डिमांड..
मुजफ्फरनगर। होटल में खाना खाते समय हुए विवाद के बाद जिला चिकित्सालय में हुए हंगामे और तोडफोड के मामले को लेकर हिरासत में लिए गए भाकियू कार्यकर्ताओं को छोड़े जाने तथा दूसरे पक्ष के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर कोतवाली में धरने पर बैठे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की डिमांड ऐसे हालातों में किस प्रकार पूरी हो पाएगी जब न्यायालय के सम्मुख पेश किए गए आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की ओर से शहर कोतवाली में तंबू गाडकर शुरू किए गए धरने में भाकियू नेता द्वारा की जा रही मांग को पूरा करने पर अब पूरी तरह से ग्रहण साल लग गया है, क्योंकि जिन आरोपियों को छोड़े जाने की मांग को लेकर भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत कोतवाली परिसर में धरने पर बैठे हैं उन आरोपियों को पुलिस द्वारा न्यायालय के सम्मुख पेश किए जाने के बाद जेल भेज दिया गया है। इस तरह से आमतौर पर धरना और हंगामा करते हुए अपनी मांग मनवाने वाली भाकियू की डिमांड पर इस बार पूरी तरह से ग्रहण लगता हुआ दिखाई दे रहा है।
उल्लेखनीय है कि शहर के प्रकाश चौक पर बीती रात खाना खाने के दौरान भाकियू कार्यकर्ताओं का होटल मालिक के साथ झगड़ा हो गया था। जिसके चलते मौके पर पहुंची पुलिस ने मारपीट के आरोपी भाकियू कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेते हुए कोतवाली में ले जाकर बंद कर दिया गया था। बाद में जिला चिकित्सालय में पुलिस द्वारा रात में ही जब दोनों पक्षों की चिकित्सीय जांच कराई जा रही थी तो जिला अस्पताल में भी हंगामा खड़ा हो गया था। आरोप है कि जिला चिकित्सालय में भी हिरासत में लिये गये भाकियू कार्यकर्ताओं ने अपना मैडिकल कराने से इंकार करते हुए वहां पर तोडफोड की थी।
मंगलवार को जिला चिकित्सालय में हुए हंगामे और तोडफोड की वीडियों सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस मामले को लेकर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने मंगलवार की सवेरे कोतवाली परिसर में धरना शुरू करते हुए हिरासत में लिए गए आरोपियों को छोड़े जाने की मांग की थी। लेकिन शहर कोतवाली पुलिस ने भाकियू प्रवक्ता के धरने की तरफ ध्यान नहीं देते हुए हिरासत में लिए गए मारपीट के आरोपियों को न्यायालय के सामने पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।