इस विधानसभा सीट के प्रत्याशियों पर संकट- अब दो और पर्चे निरस्त
मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश में 18 वीं विधानसभा के गठन के लिए हो रहे चुनाव के प्रथम चरण की सीटों पर शामिल मुजफ्फरनगर की मीरापुर विधानसभा सीट के प्रत्याशियों पर संकट आया हुआ है। जिसके चलते आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी का पर्चा निरस्त होने के बाद अब एक और पार्टी के उम्मीदवार के अलावा एक निर्दलीय का भी पर्चा जांच पड़ताल में रद्द कर दिया गया है। नामांकन रद्द किए जाने से आहत हुए प्रत्याशियों ने जिला प्रशासन के ऊपर दबाव में काम करने का आरोप लगाया है।
सोमवार को जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट में 18 वीं विधानसभा के गठन के लिए हो रहे चुनाव में जनपद की विभिन्न सीटों पर उतरे उम्मीदवारों के नामांकन की जांच प्रक्रिया के तहत नामांकन के साथ लगाए गए कागजातों की जांच पड़ताल की गई। जनपद की मीरापुर विधानसभा सीट पर अन्य दलों के अलावा आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी मेजर सरदार जोगिंदर सिंह के अलावा जन अधिकार पार्टी के प्रत्याशी सरदार सुरेंद्र सिंह और उनकी पत्नी ने भी अपना नामांकन दाखिल किया हुआ था। सबसे पहले आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी मेजर सरदार जोगिंदर सिंह का नामांकन जांच पड़ताल के दौरान निरस्त कर दिया गया। जिसके चलते उन्होंने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह करने की कोशिश की। बड़ी मुश्किलों से कंट्रोल किए गए इस हंगामे के बाद जन अधिकार पार्टी के प्रत्याशी सरदार सुरेंद्र सिंह और उनकी पत्नी का नामांकन भी रद्द कर दिया गया। नामांकन रद्द किए जाने से गुस्साए जन अधिकार पार्टी के प्रत्याशी सरदार सुरेंद्र सिंह और उनकी पत्नी ने जिला प्रशासन के ऊपर गंभीर आरोप लगाए। मीडिया कर्मियों के साथ बातचीत करते हुए जन अधिकार पार्टी के प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल करने वाले सरदार सुरेंद्र सिंह ने जिला प्रशासन के ऊपर दबाव में आकर काम करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से उनके नामांकन में 10 प्रस्तावक पूरे नही होने की कमी बताई गई है। जबकि मेरे एवं मेरी पत्नी के 10 प्रस्तावक पूरे हैं और नामांकन के साथ लगाए गए कागजात भी पूरी तरह से वैध है। हमारे साथ गांव के लगभग 40 लोगों का पूरा समर्थन है। हमारे पीछे लोगों के इस समर्थन को देखकर कुछ प्रत्याशियों के दबाव में आकर अधिकारियों द्वारा हमारा नामांकन निरस्त किया गया है।