जब्त हुई गौ तस्कर की करोड़ों की काली कमाई- अपनी व परिवार की इज्जत गंवाई
प्रयागराज। कुख्यात गौ तस्कर एवं दुर्दांत माफिया तथा हिस्ट्रीशीटर बदमाश की काली कमाई से इकट्ठा की गई तकरीबन पांच करोड़ रुपए कीमत की संपत्ति को पुलिस प्रशासन द्वारा कुर्क कर लिया गया है। कुर्की की इस कार्यवाही के दौरान एसएसपी ने जनपदवासियों को कड़ा संदेश देते हुए कहा है कि वह इज्जत और ईमानदारी की कमाई करें अन्यथा बुरे काम का अंजाम कुख्यात गौ तस्कर एवं दुर्दांत माफिया की तरह भुगतना पड़ेगा।
बुधवार को पुलिस प्रशासन की ओर से एसएसपी अजय कुमार के निर्देश पर कुख्यात गौ तस्कर एवं दुर्दांत माफिया तथा हिस्ट्रीशीटर बदमाश मोहम्मद मुजफ्फर द्वारा काली कमाई से इकट्ठा की गई तकरीबन 50000000 रूपये मूल्य की संपत्ति को कुर्क कर लिया गया है। कुर्क की गई संपत्ति में कुख्यात गौ तस्कर के पांच बड़े प्लाट, मकान एवं दुकान शामिल हैं।
कुर्की की कार्रवाई के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने बताया है मोहम्मद मुजफ्फर थाना पुरामुफ्ती का कुख्यात हिस्ट्रीशीटर है। थाने में क्रमांक 15 बी पर खुली हिस्ट्रीशीट में मोहम्मद मुजफ्फर के काले कारनामे दर्ज है। उन्होंने बताया कि मोहम्मद मुजफ्फर के खिलाफ तकरीबन दो दर्जन आपराधिक मामले विभिन्न थानों में विभिन्न मामलों को लेकर दर्ज है। गौ तस्करी जैसे जघन्य अपराध करते हुए काली कमाई इकट्ठा करने के लिए मैदान में उतरे मोहम्मद मुजफ्फर ने करोड़ों की काली कमाई से मकान और दुकान खड़े कर लिये। लेकिन अब गैंगस्टर एक्ट के तहत दर्ज मुकदमें के अंतर्गत पुलिस द्वारा कुख्यात गौ तस्कर की काली कमाई से अर्जित की गई संपत्ति में शामिल 5 प्लाटों एवं मकानों को आज जब्त कर लिया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया है कि दुर्दांत माफिया एवं हिस्ट्रीशीटर मोहम्मद मुजफ्फर द्वारा गौ तस्करी जैसे जघन्य अपराध के जरिए इकट्ठा की गई अन्य संपत्तियों की जांच और तलाश अभी जारी है। उन्होंने कहा है कि जल्द ही दुर्दांत माफिया के रैकेट को पूरी तरह से नेस्तनाबूद और पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया जाएगा।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने काली कमाई के जरिए अपराध के क्षेत्र में उतरकर मकान संपत्ति इकट्ठा कर रहे अपराधियों को संदेश दिया है कि वह शराफत की जिंदगी जीने के लिए आगे आएं, अन्यथा उनका हाल भी मोहम्मद मुजफ्फर जैसा करने से पुलिस जरा भी गुरेज नहीं करेगी।
उल्लेखनीय बात यह है कि पुलिस द्वारा जब काली कमाई के माध्यम से इकट्ठा की गई हिस्ट्रीशीटर मोहम्मद मुजफ्फर की करोड़ों की संपत्ति को जब्त किया जा रहा था तो उस समय कोई भी रिश्तेदार या मददगार हिस्ट्रीशीटर की मदद के लिए आगे नहीं आया। बल्कि हिस्ट्रीशीटर के गुर्गे अपराध से तौबा करने के लिए आगे आने को तैयार हो गए हैं।