संक्रमण से मरे लोगों के मृत्यु प्रमाण पत्र पर कोविड नही अंकित
सहारनपुर। कोविड-19 की चपेट में आकर मरे लोगों के मृत्यु प्रमाण पत्रों पर इसे कारण नही लिखे जाने से गुस्साये समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता विधायक संजय गर्ग के नेतृत्व में कोविड-19 में मरने वाले लोगों की मृत्यु प्रमाण पत्र में कोरोना संक्रमण से हुई मौत का कारण लिखे जाने की मांग को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे।
सपा नेताओं ने डीएम को उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन भी दिया। सीएम को बताया कि कोविड - 19 की महामारी से पूरा देश विशेषकर उत्तर प्रदेश दहशत में है। बैड व ऑक्सीजन के अभाव में लोगों की हो रही मृत्यु और गंगा में तैरती लाशों के भयावह मंजर शायद ही कोई भुला सकेगा। लगभग हर व्यापारी और लोगों का परिवार इस बार कोविड की दूसरी लहर से संक्रमित हुआ है। ऐसे में हर शहर, जिले, एवं ग्रामीण क्षेत्र से लगातार शिकायत मिल रही है कि जिन की मृत्यु कोरोना से हुई और उनके अस्पताल के डिस्चार्ज प्रमाण पत्र में मौत का कारण कोविड-19 न लिख कर बीमारी लिखा जा रहा है। नगर निगम एवं स्थानीय पंचायत से जारी होने वाले प्रमाण पत्र में भी मौत का कारण कोविड 19 नहीं दिखाया जा रहा है, ताकि मौत का आंकड़ा कम दिखाया जा सके। जबकि मृतक का अंतिम संस्कार भी कोरोना प्रोटोकोल अनुरूप हुआ है। यदि हम बात करें सहारनपुर की तो सहारनपुर में ही चैंकाने वाले आंकड़े सामने आते हैं।
सहारनपुर के नुमाइश कैम्प शमशान घाट पर अप्रैल माह में कुल 127 जिसमें कोरोना के 15 एवं मई में कुल 277 जिसमें कोरोना के 126, हकीकत नगर शमशान पर अप्रैल में कुल 128 जिसमें कोरोना के 25 एवं मई में कुल 238 जिसमें कोरोना के 95, बाबा लालदास का बाड़ा में मई में कुल 99 जिसमें कोरोना के 50, शिवपुरी धाम शारदा नगर पर अप्रैल में कुल 219 जिसमें कोरोना 79 एवं मई में कुल 237 जिसमें कोरोना के 95 अंतिम संस्कार हुए। इस प्रकार केवल शमशान घाटों में कुल 485 अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकोल से हुए, जब कि नगर निगम के द्वारा केवल मई माह में मात्र 91 कोरोना के मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किये गए, जब कि कबरिस्तानों में कोरोना के तवकिन होने वालों के आँकड़े और ज्यादा है। इसकी वजह से मृतक के परिजनों को बीमा व सरकारी घोषणाओं का लाभ लेने में बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। कई कानूनी पहलू भी इस गलत प्रमाण पत्र की वजह से प्रभावित होते हैं। समाजवादी व्यापार सभा लगातार सरकार से हर मृतक व्यापारी के परिवार के लिए 10 लाख मुआवजे की मांग कर रही है। ऐसे में प्रमाण पत्र में मृत्यु का कारण कोविड-19 अंकित न होने की वजह से उनके परिजन कोरोना से मरने वालों को मिलने वाली सुविधा से वंचित रह जायेंगे। समाजवादी पार्टी यह मांग करती है की तत्काल सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित करने का कष्ट करें की कोविड-19 से होनी वाली मौत में सरकारी अस्पताल की डिस्चार्ज स्लिप एवं मृत्यु प्रमाणपत्र में मृत्यु का कारण कोविड 19 अंकित करना सुनिश्चित किया जायें।