राजनीति में शिष्ट व्यवहार जनता की अपेक्षा : सपा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 'अब्बाजान' वाले बयान पर समाजवादी पार्टी (सपा) ने सधी हुयी प्रतिक्रया देते हुये कहा है कि राजनीति में शिष्टाचार का व्यवहार होना चाहिये।
पार्टी प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने सोमवार को 'यूनीवार्ता' से कहा कि योगी आदित्यनाथ कोई साधारण राजनेता नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री है और उनसे राज्य की जनता इस तरह की भाषा शैली की उम्मीद कतई नहीं करती है। राजनीति में शिष्ट भाषा शैली और व्यवहार किया जाना चाहिये।
उन्होने कहा कि ऐसा दूसरी बार है जब मुख्यमंत्री ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के लिये इस तरह के शब्द का इस्तेमाल किया है। पार्टी इसे गंभीरता से नहीं लेती है। वास्तव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जान चुकी है कि उसकी जमीन अब खिसक चुकी है और इसी बौखलाहट में वे अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसी भाषा शैली पर अब सपा कोई जवाब नहीं देगी बल्कि जनता इसका उत्तर अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में देगी।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कुशीनगर में परियोजनाओं का शिलान्यास करते हुये कहा था कि आज हर गरीब को मुफ्त राशन मिल रहा है जबकि 2017 के पहले अब्बाजान कहने वाले गरीबों का राशन हजम कर जाते थे। उनके चेलों में बंटकर यह राशन नेपाल व बांग्लादेश चला जाता था। आज कोई गरीबों का राशन निगलने की कोशिश करेगा तो निगल भले न सके लेकिन जेल जरूर चला जाएगा।
उन्होने कहा था कि पूर्व की सरकार में अब्बाजान कहने वाले मेरिट वाले गरीबों की नौकरी पर डकैती डालते थे। नौकरी दिलाने के नाम पर खानदान झोला लेकर वसूली पर निकल जाता था। बीते साढ़े चार साल में हमारी सरकार ने 4.5 सरकारी नौकरी दी है। इनमें वह महिला पुलिसकर्मी भी शामिल हैं जो अब्बाजान कहने वाले मजनुओं को ठीक से सबक सिखा रही हैं।
वार्ता