साहस-जांच में मिला भ्रष्टाचार तो DSO को रिश्वत देने पहुंच गया कोटेदार
बरेली। कार्ड धारकों को सरकार की ओर से दिए जा रहे खाद्यान्न एवं अन्य वस्तुओं को नहीं बांटने के मामले की जांच में दोषी पाए गए आरोपी कोटेदार ने अपने ऊपर दर्ज होने वाले मुकदमे को रोकने के लिए जिला पूर्ति अधिकारी को रात में ही उनके घर जाकर रिश्वत देने की कोशिश की। रिश्वत देने के लिए हंगामा कर रहे कोटेदार की हरकतों की जब पुलिस को सूचना दी गई तो डीएसओ के आवास पर पहुंची पुलिस ने कोटेदार और उसके भतीजे को गिरफ्तार करते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया है।
आपूर्ति विभाग के मुताबिक पिछले 3 दिनों से गोहाना पीर के कोटेदार दिलीप गुप्ता के खिलाफ कार्ड धारकों की ओर से शिकायत करते हुए आरोप लगाया जा रहा था कि उन्हें तेल, नमक और चना आदि सामान कोटेदार की ओर से नहीं दिया जा रहा है। कार्ड धारकों से कोटेदार कह रहा है कि अभी उन्हें नमक, तेल और चना बांटने के लिए नहीं मिला है। कार्ड धारकों की शिकायत का संज्ञान लेते हुए डीएसओ के निर्देश पर एआरओ एवं पूर्ति निरीक्षक राजीव श्रीवास्तव की ओर से बृहस्पतिवार को दिलीप की दुकान पर छापामार कार्यवाही करते हुए खाद्यान्न वितरण के रिकॉर्ड की जांच की गई जांच में काफी अनियमितता पाई गई। पता चला कि दिलीप के पास 970 राशन कार्ड है। स्टॉक की छानबीन में 25.78 कुंतल गेहूं और 20.48 कुंतल चावल भी कम पाया गया। रिकॉर्ड में तेल के 76 पैकेट, चने के 116 पैकेट और नमक के 116 पैकेट गोदाम के भीतर पाए गए। जबकि कार्ड धारकांे को नमक, चना और तेल नहीं दिया जा रहा था। जांच के दौरान 28 कार्ड धारकों की ओर से कोटेदार के खिलाफ अपने बयान दर्ज कराए गए थे। डीएसओ ने जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई के लिए फाइल डीएम के पास भेज दी थी। इस बात की जानकारी मिलते ही कोटेदार दलीप अपने भतीजे के साथ नशे में धुत होकर शुक्रवार की देर रात जिला पूर्ति अधिकारी के आवास पर पहुंच गया। वहां पर जब सुरक्षा गार्डों ने कोटेदार और उसके भतीजे को रोका तो दोनों हंगामा करने लगे। इसी बीच दिलीप ने किसी नेता से भी डीएसओ को फोन कराया और बाद में पैसे लेकर मामला रफा-दफा करने और मुकदमा दर्ज नहीं कराने का दबाव बनाया। डीएसओ की फटकार के बाद जब कोटेदार ने हंगामा शुरू किया तो एडीएम कंपाउंड में तैनात पुलिस मौके पर पहुंच गई। कोतवाली पुलिस को फोन करके दिलीप कुमार को गिरफ्तार करा दिया गया है। बताया जा रहा है कि कोटेदार 45000 रूपये की रिश्वत देने के लिए डीएसओ के आवास पर पहुंचा था।