कांग्रेस का पराक्रम अभियान जारी- 42 जिलों में प्रशिक्षण हुआ पूरा

कांग्रेस का पराक्रम अभियान जारी- 42 जिलों में प्रशिक्षण हुआ पूरा

लखनऊ। आगामी विधानसभा चुनाव को गंभीरता से ले रही उत्तर प्रदेश कांग्रेस का पदाधिकारियों को प्रशिक्षित करने का कार्यक्रम प्रशिक्षण से पराक्रम महाअभियान लगातार जारी है। अभी तक उत्तर प्रदेश के 42 जनपदों में पदाधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इस महाअभियान में 700 प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएंगे। जिनमें 200000 पदाधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस का अपने पदाधिकारियों को प्रशिक्षित करने का महा अभियान लगातार जारी है। प्रशिक्षण शिविर में 7 टीमें लगातार पदाधिकारियों को प्रशिक्षण देने के काम में लगी हुई है। प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे पदाधिकारियों को कांग्रेस के इतिहास, आरएसएस और भाजपा के देश विरोधी अतीत के अलावा बूथ मैनेजमेंट और सोशल मीडिया के बेहतर इस्तेमाल पर महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए गहन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश को किसने बनाया उल्टा प्रदेश नाम के प्रशिक्षण सत्र के दौरान भाजपा, सपा और बसपा के शासनकाल में उत्तर प्रदेश को किस तरीके से बर्बाद किया गया है, इसकी जानकारी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को विस्तार के साथ दी जा रही है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमैटी के मीडिया एवं संचार विभाग के संयोजक ललन कुमार ने बताया है कि अब तक उत्तर प्रदेश के 42 जनपदों में प्रशिक्षण से पराक्रम महा अभियान पूरा हो चुका है। इस अभियान में कुल 700 प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएंगे। जिसमें तकरीबन दो लाख पदाधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। रविवार को आयोजित किये गये प्रशिक्षण शिविर के छठवें दिन मैनपुरी, बांदा, मुजफ्फरनगर, चंदौली, अमेठी, कासगंज और बस्ती जनपद के पदाधिकारियों को प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षित किया गया। प्रदेश कांग्रेस मीडिया एवं संचार विभाग के संयोजक ललन कुमार ने कि पार्टी उत्तर प्रदेश में संगठन निर्माण के अंतिम पड़ाव पर है। प्रदेश के सभी 823 ब्लॉकों की समितियों का गठन हो गया है। 8134 न्याय पंचायत के अध्यक्ष मुस्तैदी के साथ अपनी कमेटियों को अंतिम रूप दे रहे हैं, साथ ही साथ अब ग्राम सभा अध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

उन्होंने बताया कि नए पदाधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए कांग्रेस ने 'प्रशिक्षण से पराक्रम' नामक महाअभियान शुरू किया है. कांग्रेस ने इस अभियान को 'विजय सेना निर्माण' नाम दिया है। 100 दिनों तक चलने वाले इस अभियान के दौरान 700 प्रशिक्षण शिविर आयोजित किये जायेंगे। इस दौरान करीब 2 लाख पदाधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस अभियान में जिलावार प्रशिक्षण शुरू हुआ है. जिसमें जिले और शहर की कमेटी के सदस्यों के साथ ब्लॉक, न्याय पंचायत और वार्ड के अध्यक्ष प्रशिक्षण ले रहे हैं। इसके साथ ही साथ नगर अध्यक्ष और विभिन्न मोर्चा संगठनों के अध्यक्ष भी इन प्रशिक्षण शिविरों में भाग ले रहे हैं.

उन्होंने बताया कि अगले 12 दिनों में जिलावार प्रशिक्षण खत्म हो जाएगा। इसके बाद विधानसभा वार और ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा। अहम बात यह है कि अधिकृत पदाधिकारियों के अलावा इस प्रशिक्षण शिविर में अन्य किसी को बैठने की अनुमति नहीं है।





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