विकास कार्यों में घालमेल- दो ग्राम विकास अधिकारी सस्पेंड, मचा हड़कंप
मुजफ्फरनगर। शासन और प्रशासन की ओर से निर्धारित किए गए नियम कानूनों को तांक पर रखते हुए बिना टेंडर काम कराने और फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के मामले में दोषी पाए गए 2 ग्राम विकास अधिकारियों को सीडीओ द्वारा सस्पेंड कर दिया गया है। चरथावल और सदर ब्लाक के 2 ग्राम विकास अधिकारी विकास कार्यों में घालमेल करते हुए पाए गए हैं। दोनों ग्राम विकास अधिकारियों के खिलाफ बीडीओ द्वारा डीडीओ मत्स्य नाथ एवं डीपीआरओ विभाग के माध्यम से जांच कराई गई थी।
मंगलवार को मुख्य विकास अधिकारी संदीप भांगिया की ओर से भ्रष्टाचार के खिलाफ की गई बड़ी कार्रवाई के अंतर्गत ब्लॉक चरथावल एवं सदर ब्लाक के ग्राम विकास अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
दरअसल ब्लाक स्तर से होने वाले विकास कार्यों में नियमों का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। ग्राम विकास अधिकारियों के द्वारा निर्माण कार्य कराने के लिए नियमों को ताक पर रखा जा रहा है। पिछले दिनों सीडीओ को चरथावल और सदर ब्लाक के ग्राम विकास अधिकारी के खिलाफ शिकायत मिली। जांच के दौरान कुलदीप कुमार कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाए। उधर सदर ब्लाक के ग्राम विकास अधिकारी अरूण कुमार के द्वारा भी निमयों को ताक पर रखते हुए विकास कार्य कराए गए है। दोनो ग्राम विकास अधिकारी के खिलाफ जांच रिपोर्ट मिलने पर सीडीओ ने ग्राम विकास अधिकारी कुलदीप और अरूण कुमार को सस्पेंड कर दिया है।
दोनों ग्राम विकास अधिकारियों के द्वारा नियमों को ताक पर रखते हुए विकास कार्य कराए गए है। जांच में दौरान चरथावल ब्लाक के ग्राम विकास अधिकारी कुलदीप कुमार के द्वारा दस्तावेज नहीं दिखाए गए है। वहीं सदर ब्लाक के ग्राम विकास अधिकारी अरूण कुमार के द्वारा शकुन्तला नामक महिला का फर्जी प्रमाण पत्र बनाया गया है। दोनों ग्राम विकास अधिकारी को सस्पेंड कर दिया है।