समारोह में नहीं आए कैप्टन-चन्नी बने पंजाब के नए सरदार-पहुंचे राहुल
नई दिल्ली। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अपना पदभार संभाल लिया है। राजभवन में आयोजित किए गए समारोह के दौरान राज्यपाल ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को पद एवं गोपनीयता की शपथ ग्रहण कराई है। मुख्यमंत्री के साथ ही सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओपी सोनी ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। बताया जा रहा है कि शपथ ग्रहण करने वाले सुखजिंदर सिंह रंधावा एवं ओपी सोनी को उप मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी इस समारोह में शामिल होने के लिए राजभवन पहुंचे, लेकिन उस समय तक नए सीएम शपथ ग्रहण कर चुके थे।
सोमवार को राज्य के नए मुख्यमंत्री के तौर पर चरणजीत सिंह चन्नी ने राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित के हाथों पद एवं गोपनीयता की शपथ ग्रहण कर ली है। सोलहवें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करने वाले चरणजीत सिंह चन्नी राज्य के पहले दलित मुख्यमंत्री हैं। वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की ओर से पंजाब में सीएम का चेहरा बदला गया है। सोमवार को आयोजित किए गए नए सीएम के शपथ ग्रहण समारोह की सबसे खास बात यह रही है कि इस समारोह से पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दूरी बनाए रखी और वह समारोह में शामिल नहीं हुए। उधर बताया जा रहा है कि अब शपथ लेने के बाद नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिलने के लिए उनके फार्म हाउस पर जाएंगे। चरणजीत चन्नी अब पंजाब के इतिहास में पहले दलित मुख्यमंत्री बन गए हैं।
वहीं, जट्टसिख कम्युनिटी से सुखजिंदर सिंह रंधावा और हिंदू नेता के तौर पर ओपी सोनी को डिप्टी सीएम बनाया गया है। पहले सोनी की जगह ब्रह्ममोहिंदरा का नाम घोषित किया गया था। मोहिंदरा कैप्टन ग्रुप से हैं, इसलिए अंतिम समय में उनका पत्ता कट गया। पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू के समर्थन से चन्नी सीएम की कुर्सी पाने में कामयाब रहे। यह कुर्सी कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी।