ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों के सुधार में लाएं नई क्रांतिः उप मुख्यमंत्री

ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों के सुधार में लाएं नई क्रांतिः उप मुख्यमंत्री

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि 250 तक की आबादी के सभी असेवित गांवों को सम्पर्क मार्गों से जोड़ने का हर सम्भव प्रयास किया जाए। इसके लिये बजट की कमी हो, तो उसका भी प्राविधान सुनिश्चित कराया जाये। उन्होंने कहा कि ग्रामीण मार्ग जहां भी क्षतिग्रस्त हैं, अभियान चलाकर उनकी मरम्मत करायी जाये। गांवों की सड़कों के निर्माण व सुधार में एक नई क्रान्ति नजर आनी चाहिये। उन्होंने कहा कि कार्य धरातल पर नजर आने चाहिये।

उप मुख्यमंत्री अपने सरकारी आवास पर आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि पूर्वान्चल विकास निधि व बुन्देलखण्ड विकास निधि के कार्य तेजी से कराये जाये तथा इन क्षेत्रों के लिये बजट में विशेष व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि जोन, सर्किल व खण्डवार व्यय की गयी धनराशि की रैंकिंग करायी जाये और जिन तीन जोनों, सर्किलों व खण्डों में व्यय में लापरवाही की गयी हो, उनसे सम्बन्धित अधिकारियों/कर्मचारियों के विरूद्ध कार्यवाही की जाये। उन्होंने कहा कि अवर अभियन्ताओं की भी इसमें जवाबदेही तय की जाये। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिये कि जो भी बजट आवंटित किया गया है, उसका शत-प्रतिशत व्यय किया जाना सुनिश्चित किया जाये। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि 250 की आबादी के जो गांव किसी भी योजना से सड़कों से संतृप्त हो गये हैं, उनको फिल्टर किया जाये और वास्तविक बचे असेवित गांवों को संतृप्त किया जाये। उन्होंने ने कहा कि पूर्वान्चल एक्सप्रेस-वे के 5 किमी के अन्दर के गांवों को सर्विस रोड से जोड़ने की कार्ययोजना बनायी जाए।

उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि कार्यों में गुणवत्ता व सिस्टम को मैनेज करने तथा नई व आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल सही ढ़ंग से कराने के उद्देश्य से प्रदेश में एक ट्रेनिंग सेन्टर बनाये जाने का प्रपोजल तैयार किया जाये। लोक निर्माण विभाग के कतिपय कार्यालयों के जर्जर भवनों को सही कराने के भी प्रस्ताव दिये जाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लोक निर्माण विभाग, सेतु निगम व राजकीय निर्माण निगम द्वारा बहुत ही उल्लेखनीय व उत्कृष्ट कार्य किये गये हैं, इन सभी कार्यों की एक डाक्यूमेन्ट्री फिल्म बनायी जाये और उसके माध्यम से विभाग के कार्यों का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार सुनिश्चित कराया जाये। जो परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं, उनके लोकार्पण का कार्य 15 दिन के अन्दर कराया जाना सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि कांवड़ पथ, अयोध्या फ्लाई ओवर व प्रयागराज को जोड़ने वाले मार्ग के आगणन तत्काल शासन को उपलब्ध कराये जाये। उन्होंने कहा कि जो मुख्य मार्ग, जिला मार्ग, राजमार्ग घोषित हुये हैं, उनकी मरम्मत/चौड़ीकरण के अवशेष आगणन तत्काल भेजे जायें। कुण्डा से मनगढ़ मार्ग को 4 लेन किये जाने की कार्यवाही तत्काल सुनिश्चित की जाये। परियोजनाओं की निगरानी के लिये शासन स्तर और विभाग से एक-एक नोडल अफसर की तैनाती भी की जाये।

उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि नदी, सेतु, आरओबी के एप्रोच रोड जहां सही नहीं हैं, उन्हें अविलम्ब सही कराया जाये तथा पार्किंग स्थलों के भी आगणन भेजे जाये। ओवरलोडिंग से खराब हो रही सड़कों का मामला संज्ञान मेें लाये जाने पर उपमुख्यमंत्री ने परिवहन आयुक्त व गृह विभाग को इसके बारे में पत्राचार करने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों को चिन्हित कर रोड सेफ्टी के मुकम्मल इंतजाम किये जाये।

रिपोर्टः प्रवीण गर्ग

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