भाजपा सांसद के भाई साईकिल पर हुए सवार-कई बसपा नेता भी अखिलेश से जुड़े
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों ने एक दूसरें की पार्टी के भीतर तोड़फोड़ करनी शुरू कर दी है। गोरखपुर से भाजपा के राज्यसभा सांसद के छोटे भाई के अलावा गोरखपुर बार एसोसिएशन के पूर्व संयुक्त सचिव, महाराजगंज जनपद की फरेंदा विधानसभा सीट से पूर्व बसपा प्रत्याशी समाजवादी पार्टी में शामिल होकर साइकिल पर सवार हो गए हैं। इस मौके पर सपा मुखिया ने कहा है कि भाजपा विधानसभा चुनाव होते ही प्रदेश से जाने वाली है, इसलिए मुख्यमंत्री की भाषा में भी बदलाव आ गया है।
मंगलवार को गोरखपुर से भाजपा के राज्यसभा सांसद के छोटे भाई जितेंद्र निषाद, गोरखपुर बार एसोसिएशन के पूर्व संयुक्त मंत्री अधिवक्ता सुशील चंद्र साहनी, महाराजगंज की फरेंदा विधानसभा सीट से पूर्व बसपा प्रत्याशी बेचन निषाद सपा मुखिया अखिलेश यादव के सम्मुख समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। अन्य दलों को छोड़कर आए नेताओं को समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराते हुए सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा है कि विधानसभा चुनाव होने की देर है। भाजपा की सरकार जाने वाली है, इसलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भाषा भी बदल गई है। पूर्व सीएम ने कहा है कि मौजूदा सरकार के कार्यकाल में आज किसान, नौजवान और युवा बुरी तरह से परेशान हैं। सरकार से निराश हुए लोग अब योगी सरकार को बदलना चाहते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि काम करने के लिहाज से हर क्षेत्र में असफल रही योगी आदित्यनाथ सरकार अब विदेशों के फोटो लगाकर लोगों के बीच झूठ को फैला रही है। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने कहा है कि प्रदेश में अगर समाजवादी पार्टी की सरकार बनी तो सभी वर्गों को पूरा सम्मान दिया जाएगा। उन्होंने कहा है कि प्रदेश की जनता ने पूरी तरह से मन बना लिया है कि आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव में वह सत्ता की कमान पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के हाथों में सौंपने जा रही है।