भाजपा विधायकों पर लगा धरनारत किसानों को पीटने का आरोप
गाजियाबाद। गाजीपुर बॉर्डर पर कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे भाकियू के धरने पर जनपद के दो भाजपा विधायकों पर किसानों को पीटने, टेंट उखाड़ने और गाड़ियों के शीशे तोड़ने के आरोप लगे हैं। इस बाबत थाना कौशांबी में भाकियू की ओर से तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करते हुए कार्यवाही किए जाने की मांग की गई है।
शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन के युवा प्रदेश अध्यक्ष दिगंबर सिंह ने जनपद के थाना कौशांबी में तहरीर देकर भारतीय जनता पार्टी के लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर और साहिबाबाद विधायक सुनील शर्मा पर आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार के नये कृषि कानूनों के विरोध में गाजीपुर बॉर्डर पर धरना दे रहे भाकियू के आंदोलन को दोनों विधायक जबरिया खत्म कराना चाहते हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि भाजपा के दोनों विधायकों ने अपने समर्थकों के साथ धरना स्थल पर पहुंचकर किसानों के साथ मारपीट की और जाडे-पाले व हवा पानी से बचाव के लिए लगाए गए टेंट उखाड़ दिए।
भाकियू के युवा प्रदेश अध्यक्ष का आरोप है कि भाजपा के दोनों विधायकों के इशारों पर उनके समर्थकों द्वारा धरना स्थल पर खड़ी कारों के शीशे भी लाठी-डंडों की मार से तोड़े गए। तहरीर में दोनों विधायकों और उनके समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही किए जाने की मांग की गई है। गौरतलब है कि बृहस्पतिवार की देर शाम दोनों विधायकों ने स्थानीय लोगों के साथ भाकियू के धरने का विरोध करते हुए किसानों से रास्ता खाली किए जाने की मांग की थी।
पुलिस फोर्स की भारी मौजूदगी के बीच स्थानीय लोगों द्वारा किए गए हंगामे से मौके पर माहौल तनावपूर्ण हो गया था। इसके चलते भाकियू प्रवक्ता चैधरी राकेश टिकैत ने स्थिति को भांपकर मीडिया के सामने रोते हुए अपना दुख दर्द बयां करते हुए सरकार पर किसान आंदोलन को जबरिया खत्म कराने का आरोप लगाते हुए धरनास्थल पर जहर खाकर आत्महत्या करने का ऐलाान कर दिया था। इसके बाद अचानक से किसान आंदोलन में आए उछाल के चलते जनपद मुजफ्फरनगर मुख्यालय के जीआईसी मैदान पर किसानों की महापंचायत बुलाई गई, जिसमें किसानों का भारी जनसमूह उमड़ा।