कवाल के एक मामले में भाजपा विधायक हुए बरी-वादी के साथ की गलबहियां
मुजफ्फरनगर। जानसठ कोतवाली पर दर्ज हुए आपसी विवाद व गाली-गलौज के मामले में खुद वादी के ही मुकर जाने पर न्यायालय ने खतौली विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक विक्रम सैनी को आरोप मुक्त कर दिया है। अदालत द्वारा सुनाये गये फैसल के बाद बाहर निकलने पर आरोप मुक्त किए गए विधायक वादी के साथ गलबहियां करते हुए दिखाई दिए।
बृहस्पतिवार को जिला न्यायालय में वर्ष वर्ष 2007 में जानसठ कोतवाली पर दर्ज हुए आपसी विवाद व गाली-गलौज के मामले को लेकर विधायक विक्रम सैनी अदालत के सम्मुख पेश हुए। मामले की सुनवाई के दौरान अदालत में पेशी के समय वादी असलम की ओर से दिये गये बयान पर भाजपा विधायक विक्रम सैनी को न्यायालय की ओर से निर्दाेष करार देते हुए बाइज्जत बरी कर दिया गया। वर्ष 2007 के दौरान जानसठ कोतवाली पर भाजपा विधायक विक्रम सैनी के खिलाफ आपसी विवाद और गाली गलौज का आरोप लगाने वाले वादी असलम ने कहा है कि विधायक विक्रम सैनी हमारे बड़े भाई हैं। गांव देहात में छुटपुट घटनाएं होती रहती हैं। गांव के लोगों में प्यार और शांति बनी रहे इसलिए हम हमेशा से ही विधायक विक्रम सैनी का सम्मान करते हुए आए हैं। न्यायालय द्वारा बरी कर दिए जाने के बाद भाजपा विधायक वादी असलम के गले में हाथ डालकर बाहर निकलते हुए प्रसन्नचित्त मुद्रा में दिखाई दिए।