गृहकर नहीं बढ़ाने की एवज में 15000 की रिश्वत ले रहा बाबू गिरफ्तार
गाजियाबाद। नगर निगम की ओर से वसूले जाने वाले ग्रहकर को नहीं बढ़ाए जाने की एवज में 15000 रूपये की रिश्वत ले रहे बाबू को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है। टीम की ओर से इंस्पेक्टर द्वारा बाबू के खिलाफ थाने में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया गया है।
शुक्रवार को एंटी करप्शन ब्यूरो के डीआईजी राजीव मल्होत्रा ने बताया है कि गाजियाबाद में वैशाली सेक्टर 4 अजनारा में रहने वाले प्रदीप गुप्ता की ओर से शिकायत की गई थी कि उनके मकान एवं ऑफिस का ग्रहकर रिवाइज करने के नाम पर नगर निगम कार्यालय में तैनात बाबू द्वारा 15000 रूपये की रिश्वत मांगी जा रही है। प्रदीप गुप्ता ने बताया कि उनकी पत्नी प्रियंका गुप्ता का कार्यालय महानगर की रामप्रस्थ कॉलोनी में है और गृहकर नहीं बढ़ाने की एवज में यह रकम नगर निगम में गृहकर विभाग में तैनात कनिष्ठ लिपिक देवी शरण शर्मा के द्वारा मांगी जा रही है। पीड़ित की शिकायत का संज्ञान लेते हुए एंटी करप्शन की टीम ने शुक्रवार को अपना होमवर्क करते हुए रिश्वतखोर बाबू को दबोचने को अपना जाल बिछाया और 15 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए बाबू देवी शरण शर्मा को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। एंटी करप्शन ब्यूरो की मेरठ यूनिट के इंस्पेक्टर अशोक कुमार शर्मा की ओर से इस संबंध में थाना लिंक रोड पर रिश्वतखोर बाबू देवी शरण शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।