सीएम योगी का ऐलान- मुख्तार अंसारी के काले-साम्राज्य का आ गया अंतिम समय
लखनऊ । सीएम योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया है कि माफिया मुख्तार अंसारी के काले-साम्राज्य का अंत समय आ गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ऑफिस के आधिकारिक टि्वटर हैंडल से ये जानकारी मिली है। योगी आदित्यनाथ ऑफिस ट्वीट में बताया गया कि अब तक मुख्तार अंसारी की 66 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त हो चुकी है। ₹41 करोड़ की अवैध अर्जित की गई संपत्ति का प्राप्ति मार्ग बंद किया जा चुका है। माफिया मुख्तार अंसारी गिरोह के 97 साथी पुलिस की हिरासत में हैं। यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ऑफिस के हैंडल से ट्वीट कर जानकारी दी गई कि अवैध कब्जेदारों, फर्जी दस्तावेजों की बिनाह पर निष्क्रांत सम्पत्ति पर अवैध कब्जे एवं अवैध निर्माण कराने के षड्यंत्र में शामिल माफिया मुख्तार अंसारी, उनके पुत्र और इस षड्यंत्र में शामिल सभी व्यक्तियों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी ने सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा के दौरान पेशेवर माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाई में तेजी लाने तथा गो तस्करी की घटनाओं पर एनएसए के अंतर्गत कार्रवाई के निर्देश दिए।
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) August 27, 2020
इसके साथ ही ऐलान किया गया कि अपराधियों की अवैध सम्पत्तियों के उपभोग से हुई किराए की वसूली और उनको ढहाने का खर्च भी अपराधियों से ही वसूल किया जाएगा। वहीं, पूरे प्रकरण में शामिल अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ भी प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी, जिससे इस प्रकार के आपराधिक कृत्यों की पुनरावृत्ति न हो।
आपको बता दें गुरुवार को लखनऊ में माफिया डॉन मुख़्तार अंसारी की अवैध रूप से कब्ज़ा कर बनाई गई दो मंजिला बिल्डिंगों को जमींदोज कर दिया गया। लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा पुलिस के साथ मिलकर डालीबाग़ स्थित इन दोनों बिल्डिंगों को गिराने की कार्रवाई की गई है। बता दें कि मुख़्तार अंसारी ने शत्रु संपत्ति पर अवैध कब्ज़ा कर ये बिल्डिंग खड़ी की गई थी।
मुख़्तार अंसारी ने इन दोनों बिल्डिंगों को पहले अपनी मां राबिया के नाम ट्रांसफर करवाया। उसके बाद दोनों बेटों के नाम ट्रांसफर करवा दिया। यह दोनों बिल्डिंग गलत तरीके से रजिस्ट्री कराई गई थी। मूलतः यह शत्रु संपत्ति यानी 1956 से पहले पाकिस्तान गए लोगों की हैं। इस मामले में बार-बार चेतावनी देने पर भी कोई कार्रवाई नहीं होने पर इन्हें ढहा दिया गया। मुख़्तार अंसारी ने शत्रु संपत्ति पर अवैध रूप से कब्ज़ा करने के बाद जमीन को दोनों बेटों अब्बास व उमर के नाम ट्रांसफर करा दी थी। इसके बाद इस जमीन पर दो मंजिला बिल्डिंग बना ली। एलडीए ने 11 अगस्त को धव्स्तीकरण का आदेश जारी किया था। जिसके बाद गुरुवार को एलडीए, 250 से अधिक पुलिसकर्मी और 20 से अधिक जेसीबी मशीनें पहुंची थीं और बिल्डिंग को गिरा दिया गया था।