प्रवासी मजदूरों की तरफ अन्नदाता ने बढ़ाया मदद का हाथ- भेजा खाना
गाजियाबाद। यूपी गेट बॉर्डर पर नए कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन करते हुए धरना देकर बैठे किसानों ने प्रवासी मजदूरों की तरफ मदद का हाथ बढ़ा दिया है। आंदोलन किसानों की तरफ से रोडवेज बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर सवारी की तलाश में बैठे प्रवासी मजदूरों के लिए हजारों खाने के पैकेट भिजवाए गए हैं। भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि किसान अन्नदाता है, इसलिए लोगों को खाना मुहैया कराना किसान का धर्म है।
राजधानी दिल्ली में सरकार की ओर से सप्ताह भर का लॉकडाउन लगाए जाने की घोषणा के बाद से दूर दराज से आए लोग बड़ी संख्या में रेलवे स्टेशन और आनंद विहार एवं कौशांबी बस स्टैंड पर सवारी की तलाश में पहुंच रहे हैं। जिसके चलते सभी स्थानों पर प्रवासी मजदूरों की भीड़ जमा हो गई है। ऐसे हालातों के बीच भारतीय किसान यूनियन ने प्रवासियों की तरह मदद का हाथ बढ़ाते हुए हजारों की संख्या में खाने के पैकेट भिजवाए हैं। भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि समाज के भीतर किसान को अन्नदाता कहा जाता है। भले ही किसान आज अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं। लेकिन दूर दराज से काम धंधे की तलाश में राजधानी आये परेशान प्रवासी मजदूरों को खाना मुहैया कराना किसानों का धर्म है। उन्होंने कहा कि आज भी हजारों की संख्या में खाने के पैकेट बॉर्डर पर चल रही रसोई घर के अंदर तैयार करके प्रवासी मजदूरों को भिजवाए गए हैं। आगे भी लगातार इन लोगों को भोजन पहुंचाया जाएगा।