और टूट गई सांस- दिल्ली तक नहीं मिला इलाज- अस्पताल के बाहर तोड़ा दम
गाजियाबाद। कोरोना संक्रमण के बढ़ते हुए मामलों के बीच बिगड़ा सिस्टम अब तोड़ता हुआ दिखाई देने लगा है। अपनी बीमार सास को लेकर दामाद दिल्ली से लेकर गाजियाबाद तक के अस्पतालों में भटकता रहा लेकिन कहीं भी इलाज ना मिलने की वजह से दामाद की सास की सांसे टूट गई और देखते ही देखते महिला ने एंबुलेंस में ही दम तोड़ दिया।
दरअसल राजधानी दिल्ली निवासी निवासी 65 वर्षीय सुनीता कक्कड़ की पिछले कई दिनों से तबीयत खराब थी। सास के बीमार होने का पता चलने के बाद दामाद सजीव चड्ढा उनके पास पहुंचे। वह अपनी सास को इलाज के लिए लेकर राजधानी दिल्ली के कई अस्पतालों में गए। लेकिन कहीं पर भी महिला को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया। थक हार कर जब दिल्ली के अस्पतालों में महिला को इलाज की कहीं व्यवस्था नहीं मिली तो संजीव चड्ढा अपनी सास को लेकर गाजियाबाद के संजय नगर स्थित संयुक्त अस्पताल पहुंचे। जहां से उनको जांच के लिए जिला एमएमजी अस्पताल भेज दिया गया। एमएमजी अस्पताल में सुनीता कक्कड की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
कोरोना संक्रमित महिला को अस्पताल प्रबंधन द्वारा भर्ती किए जाने में देर कर दी गई। सांस लेने में हो रही दिक्कत के बीच सुनीता कक्कड़ के जीवन के सांसो की डोर टूट गई। उपचार पाने के लिये वह काफी देर तक एंबुलेंस में ही पड़ी हुई तड़पती रही। लेकिन अस्पताल में भर्ती नहीं हो सकी। अंत में सुनीता कक्कड़ ने एंबुलेंस में ही तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया। इसके बाद परिजनों ने सरकारी व्यवस्था पर बहुत सारे सवाल खड़े कर दिए हैं।