मिल्क प्लांट में अमोनिया गैस का रिसाव-चार फायरकर्मियों समेत 8 बेहोश

गाजियाबाद। पारस दूध प्लांट में किन्ही कारणों से अमोनिया गैस का रिसाव हो गया। घटना के समय लगभग 25 कर्मचारी प्लांट में काम कर रहे थे। इनमें से 6 लोग अमोनिया गैस की चपेट में आकर बेहोश हो गए। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने पानी की बौछार करने के बाद प्लांट में फंसे कर्मचारियों को किसी तरह बाहर निकाला। फिलहाल पुलिस द्वारा पूरे इलाके को खाली करा दिया गया है।
साहिबाबाद इंडस्ट्रियल एरिया साइट 4 में स्थित पारस दूध प्लांट में सोमवार की देर रात काम चल रहा था। फैक्ट्री में काम कर रहे कर्मचारी प्लांट में अमोनिया का प्रेशर बना रहे थे। इसी दौरान अमोनिया गैस के पाईप का वाल्व लीक हो गया। जिससे अमोनिया गैस का रिसाव होने लगा। इससे प्लांट में काम कर रहे मजदूर अमोनिया गैस के बीच फंस गए। मामले की जानकारी तुरंत ही पुलिस और फायर विभाग को दी गई। अग्निशमन अधिकारी सुनील कुमार सिंह सूचना मिलते ही फायर विभाग की टीम को लेकर मौके पर पहुंचे और पानी की बौछारें करते हुए भीतर फंसे लगभग 25 कर्मचारियों को सुरक्षित रूप से बाहर निकालवाया। इसके बाद ब्रीथ ऑपरेशन सेट पहनकर फायर कर्मी दूध प्लांट के भीतर घुसे और भारी जददोजहद के बाद वाल्व को बंद कर दिया। वाल्व को बंद करने के दौरान सीएफओ समेत चार दमकल कर्मी और चार दूध प्लांट कर्मचारी बेहोश हो गए। सभी को इलाज के लिए यशोदा अस्पताल में ले जाया गया। जहां उनका उपचार किया गया। गैस रिसाव की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने आसपास की फैक्ट्रियों को भी खाली करा दिया। पानी में घुलनशील गैस होने की वजह से अमोनिया का प्रभाव कम करने पानी की बौछारें की गई।