एम्बुलेंस प्रकरण- मुख्तार अंसारी से पूछताछ- SIT को मिले अहम सबूत
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के मऊ विधानसभा क्षेत्र से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी से बाराबंकी पुलिस के विशेष जांच दल एसआईटी ने बांदा जेल में पहुंचकर कई चरणों में एम्बुलेंस प्रकरण में गहनता के साथ पूछताछ की।
शुक्रवार को बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने दावा किया है कि बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी से जिला कारागार में एसआईटी द्वारा की गई पूछताछ में बाराबंकी के कई लोगों के साथ उसके संबंध होने की पुष्टि हुई है और कई साक्ष्य भी हासिल हुए हैं। उन्होंने कहा है कि जल्दी ही जांच पड़ताल और पूछताछ पूरी करते हुए इस मामले में दोषियों को जेल भेजा जाएगा। गौरतलब है कि बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को लोगों से जबरन वसूली के एक मामले में 31 मार्च को पंजाबी की रोपड़ जेल से एंबुलेंस के माध्यम से मोहाली की अदालत में ले जाया गया था। जिस पर जनपद बाराबंकी की नंबर प्लेट लगी हुई थी। बाराबंकी में की गई जांच पड़ताल के दौरान 2 अप्रैल को एंबुलेंस के दस्तावेज फर्जी पाए जाने पर मुकदमा दर्ज किया गया था। छानबीन में एम्बुलेंस डॉ अलका राय के नाम से पंजीकृत मिली थी। इसके बाद सहायक राज्य सड़क परिवहन अधिकारी ने डॉ अलका राय के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में पुलिस ने डॉ अलका राय समेत दो लोगों को 20 अप्रैल को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया था। पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने बताया था कि एसआईटी की जांच के बाद यह गिरफ्तारियां की गई है। डॉ अलका राय पर फर्जी दस्तावेज के आधार पर एंबुलेंस का पंजीकरण कराने का आरोप है। यह मामला सामने आने के बाद डॉ अलका राय ने कहा था कि विधायक मुख्तार अंसारी ने उनसे कागजातों पर जबरिया हस्ताक्षर करवाए थे। डॉ अलका राय के बयान के आधार पर बाराबंकी पुलिस ने मुख्तार अंसारी के खिलाफ साजिश और जालसाजी का मामला दर्ज किया और मामले की जांच एसआईटी को सौंपी गई।