हाय! कैसी सरकार- नौकरी मांगी, तो भिजवा दिया जेल
लखनऊ। कांग्रेस के यूपी प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि जब युवा नौकरी मांगते हैं, तो उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया जाता है, उन्हें जेल भेज दिया जाता है। उन्होंने कहा कि बेरोजगार आखिर जाये, तो जाएं कहां!
विधानसभा में आज अजय कुमार लल्लू ने सरकार की जमकर खिंचाई की। उन्होंने कहा कि जब सरकार आई थी, तो उन्होंने प्रतिवर्ष 14 लाख रोजगार देने की बात कही थी। इस हिसाब से 56 लाख बेरोजगारों को अब तक रोजगार मिल जाना चाहिए था, लेकिन अब तक मात्र 4 लाख लोगों को ही रोजगार मिल पाया है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने कहा था कि 90 दिनों में 5 लाख नौकरी दी जायेंगी, लेकिन कुछ नहीं हुआ। पोर्टल पर अब तक 36 लाख बेरोजगारों का पंजीकरण हो चुका है। उन्होंने कहा कि तीन दिन पहले युवाओं ने रोजगार की मांग को लेकर प्रदर्शन किया, तो 103 छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया। 3 छात्रों को जेल भेज दिया गया, आखिर ये कैसा न्याय है। उन्होंने कहा कि कई भर्तियां ऐसी हैं, जो फाईनल स्टेज पर हैं, लेकिन उनकी प्रक्रिया को आगे नहीं बढ़ाया गया है।
उन्होंने कहा कि बेरोजगारों ने कुछ दिन पूर्व मुख्यमंत्री आवास पर भी आंदोलन किया था, उन्हें भी जेल भेज दिया गया। 2018 में 49668 अभ्यर्थियों के लिए पुलिस भर्ती निकाली जाती है। 14 हजार को ट्रेनिंग पर भेजा जाता है। बाकी जो बचे हैं, उनके बारे में कोई भी ध्यान नहीं है। उन्होंने कहा कि छह लाख से अधिक युवा सीटेट, यूपीटेट की परीक्षा पास कर चुके हैं। उक्त युवाओं को अभी तक रोजगार नहीं दिया गया है।
उन्होंने कहा कि 69 हजार जो भर्ती हैं, उसमें भी घोटाला सामने आ गया है। लगातार बेरोजगारी का दर्द बढ़ता जा रहा है, रोजगार न मिलने के कारण युवा फांसी लगा रहे हैं। युवाओं में हताशा है। सरकार रोजगार के नाम पर छलने-ठगने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि जो छात्र इलाहाबाद, लखनऊ, दिल्ली में पढ़ाई कर रहे हैं, वे नौकरी मांगने के लिए कहां जाएं। भर्तियों से पहले परीक्षाओं के पेपर आउट कराये जा रहे हैं। जितनी भी भर्ती निकल रही है, उनका पेपर आउट हो रहा है। नौजवान सड़कों पर उतरकर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है।