थाल सजाने के बाद दीये जलाकर पति के स्वागत को बेकरार है राकेश की पत्नी

थाल सजाने के बाद दीये जलाकर पति के स्वागत को बेकरार है राकेश की पत्नी

मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की पत्नी ने कहा है कि मेरे पति आज पूरे 383 दिन के बाद घर आ रहे हैं। उनके स्वागत के लिए मैं जितने भी दीपक जलाऊं उतने ही कम है। तकरीबन 1 साल तक नए कृषि कानूनों के विरोध में चले आंदोलन में मिली जीत प्रत्येक किसान की विजय है।

बुधवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की पत्नी सुनीता अपने पति के आगमन के स्वागत की तैयारियों में जुटी हुई है। मिट्टी के दीए में तेल और बत्ती लगाती हुई पति के आगमन से प्रसन्नचित सुनीता कहती है कि इन दीए की तरह हम दोनों एक ही मिट्टी के बने हुए हैं। मिट्टी का रंग भले ही अलग हो लेकिल वह कभी भी अलग नहीं हो सकती है। मैं भी अपने पति से अलग नहीं हूं। वह घर से बाहर रहकर किसानों के हकों के लिए सरकार के साथ लड़ाई लड़ रहे थे। मैं घर के भीतर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन। आज वह 383 दिन के बाद घर लौट रहे हैं। अब मैं 383 तो क्या 500-600 दीपक उनके स्वागत में जलाऊंगी। जिस समय भगवान श्री राम अयोध्या वापस आए थे, उस समय भी हजारों दिए जलाए गए थे। आज भी ऐसे ही मेरे राम आ रहे है और उनके स्वागत में दीपक जलेंगे। सुनीता टिकैत की ओर से अपनी पुत्रवधू निकिता के साथ मिलकर पति के स्वागत के लिए आरती का थाल सजाया गया है। शाम को जब किसान घर लौटेंगे तो इसी थाल से सुनीता राकेश टिकैत का तिलक कर आरती उतारेगी और उसके बाद राकेश टिकैत का गृह प्रवेश होगा। इसके बाद सुनीता टिकट अन्य किसानों को तिलक लगाएगी।



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