एडीजी, डीएम और एसपी ने जनमानस की सुनी समस्याएं- निस्तारण का आदेश
बागपत। जन समस्याओं का स्थानीय स्तर पर निस्तारण किया जाना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। जिस के क्रम में प्रत्येक माह के द्वितीय एवं चतुर्थ शनिवार को थाना समाधान दिवस का आयोजन प्रातः 10:00 बजे से 2.00 बजे के मध्य किया जाता है। आज अपर पुलिस महानिदेशक राजीव सभरवाल, जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह व पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने बड़ौत थाना समाधान दिवस में जनसामान्य की समस्याएं सुनी जिसमें 9 शिकायतें प्राप्त हुई मौके पर ही 4 शिकायतों का निस्तारण करा दिया गया। जिसमें भूमि विवाद, प्लॉट/ मकान ,चक मार्ग आदि जैसी समस्याएं प्राप्त हुई जिस पर जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने पूर्व में प्राप्त हुए प्रार्थना पत्रों के संबंध में भी जनसामान्य को फोन कर शिकायत के निस्तारण का फीडबैक लिया। जिस स्थान से शिकायत का निस्तारण गुणवत्ता के साथ नहीं किया गया ऐसे लेखपाल अनिल कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी करने के एसडीएम को निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि अगले दो दिनों में प्राप्त या पूर्व की शिकायतों का निस्तारण नहीं होता है तो इनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जाए हम सब का उद्देश्य गांव के जनमानस की समस्या का समाधान करना है। यूपी सरकार ने जिस कार्य के लिए हमें भेजा है उसी कार्य को करने में हमें अपना अहम योगदान देना है।
शिकायत की प्रकृति के आधार पर पुलिस अथवा राजस्व कर्मियों अथवा संयुक्त रूप से पुलिस एवं राजस्व कर्मियों को जिलाधिकारी ने आवश्यक निर्देश दिये उन्होंने कहा लोगों की समस्या का समाधान गांव में ही होना चाहिए लेखपाल सामंजस्य के आधार पर लोगों की समस्या का समाधान कराएं अगर अगले 2 दिन में चकरोड की निशानदेही आदि के कार्य को पूर्ण नहीं किया जाता है और चक मार्ग को खाली कराया गया और पुनः कब्जे की शिकायत प्राप्त होती है और शिकायत का निस्तारण गुणवत्ता के साथ नहीं होता है तो लेखपाल पर कार्यवाही तय है ।
यदि समस्या का संतोषजनक निराकरण हो जाता है, तो शिकायतकर्ता से निस्तारण आख्या पर संतुष्टि स्वरूप प्रमाण पत्र / हस्ताक्षर ले लिए जाए। शिकायतकर्ता का मोबाईल / फोन नम्बर भी नोट कर लिया जाय समस्त शिकायतें समाधान दिवस के रजिस्टर में अंकित की जाए।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रतिपाल चौहान, अपर पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार मिश्र, एसडीएम सुभाष कुमार, पुलिस क्षेत्राधिकारी सविरत्न गौतम सहित आदि उपस्थित रहे।