गांव में पंचायत चुनाव के बाद हुई 30 मौतें

गांव में पंचायत चुनाव के बाद हुई 30 मौतें

जौनपुर। उत्तर प्रदेश जौनपुर जिले में शाहगंज तहसील एवं सरपतहां थाना क्षेत्र के डेहरी गांव में विगत डेढ़ माह से आए दिन हो रही लोगों की मौत ने से ग्रामीण दहशत में है। गांव में अब तक 30 मौतों से जहां ग्रामीणों में दहशत है वहीं प्रशासन पूरी तरह बेखबर है । ज्यादातर मौतें पंचायत चुनाव के बाद हुई हैं।

गांव निवासी पेशे से शिक्षक सुभाष यादव कहते हैं कि पंचायत चुनावों के पहले स्थिति सामान्य थी। इसके बाद अचानक गांव में मौतों का जो सिलसिला शुरू हुआ वह कमोवेश अभी भी बना है।उन्होंने कहा कि यह तो स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता कि मौतें कोरोना से ही हो रही हैं, लेकिन कुछ लोग अस्पताल में भर्ती थे और उनमें कोरोना के लक्षण भी पाए गए थे।

इतना ही नहीं कुछ परिवारों में तो एक ही दिन में तो , कुछ में सप्ताह के अंदर दो-दो मौतें हुई हैं। सुभाष के मुताबिक उनके ही घर में सप्ताह के भीतर दो मौतें हुईं। रिश्ते में उनके चाचा लगने वाले कामता यादव की मौत तीस अप्रैल को हो गई जो अस्पताल में भर्ती थे। इसके बाद सातवें दिन उनकी मां पियारी देवी भी दुनिया को छोड़ दीं। ग्रामीणों ने बताया कि कामता व राज बहादुर यादव दोनों पेशे से शिक्षक थे तथा दोनों की तबीयत चुनावों के बाद ही खराब हुई थी।

गांव के ही शैलेश यादव कहते हैं कि मौतें कोरोना से हो रही हैं या सामान्य यह तो जांच का विषय है, लेकिन इस महामारी के दौर में प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग का रवैया बिल्कुल लापरवाही वाला है। गांव में एक दिन स्वास्थ्य विभाग की टीम आई थी और सिर्फ फर्ज अदायगी करके वापस लौट गई।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी राकेश कुमार ने कहा कि प्रभावित गांवों में स्वास्थ्य टीम भेजकर संक्रमण के लक्षण वालों को कोरोना किट का वितरण तथा सैनिटाइज आदि कराया जा रहा है। टीम को फिर डेहरी गांव में भेजकर घर-घर जाकर टेस्टिग का निर्देश दिया गया है।

जिलााधिकारी शाहगंज राजेश कुमार वर्मा ने कहा कि जिन गांवों में ज्यादा मौतें हो रही हैं वहां प्राथमिकता के आधार सैनिटाइज, किट वितरण व जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। स्वास्थ्य टीमें यदि लापरवाही करती है तो कार्रवाई की जाएगी।

वार्ता

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