01 अक्टूबर से चलेगा संचारी रोग नियंत्रण अभियान- अमित मोहन प्रसाद
लखनऊ। प्रदेश में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने आज कहा कि आगामी माह अक्टूबर संचारी रोगों के फैलने की दृष्टि से संवेदनशील माह है, जिसे देखते हुए संचारी रोगों के नियंत्रण हेतु व्यापक जन-जागरूकता अभियान चलाये जायें। उन्होंने कहा कि जन-जागरूकता के और संचारी रोग नियंत्रण के सभी कार्यक्रम कोविड-19 महामारी को देखते हुए सुरक्षात्मक उपायों के साथ किये जायें। अपर मुख्य सचिव आज यहां लाल बहादुर शास्त्री भवन के सभागार में दिनांक 01 से 31 अक्टूबर 2020 तक सम्पादित होने वाले संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दिनांक 01 से 15 अक्टूबर, 2020 तक सम्पादित होने वाले दस्तक अभियान हेतु एक अन्तर्विभागीय बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
बैठक में अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने कहा दस्तक अभियान के अन्तर्गत आशा कार्यकत्री घर-घर जाकर समस्त संक्रामक रोगों तथा कोविड-19 की रोकथाम, बचाव, उपचार एवं सोशल डिस्टेन्सिंग के विषय में जन-जागरण करेंगी। उन्होंने काविड-19 रोग के दृष्टिगत अभियान के दौरान संक्रमण के प्रसार को रोकने हेतु रैली, एल0ई0डी0 वैन, नुक्कड़ नाटक, बैठकों को स्थगित करते हुये अन्य समस्त कार्य पूर्व की भांति सम्पादित किये जाने हेतु समस्त विभागों से अनुरोध किया। ग्राम स्तर एवं मोहल्ला स्तर की निगरानी समितियों को इलेक्ट्रानिक माध्यम से प्रचारित करने के निर्देश दिये गये, प्रचार-प्रसार की समस्त ई-सामग्री स्वास्थ्य विभाग द्वारा अन्य विभागों को उपलब्ध कराई जायेगी।
बैठक में शिक्षा विभाग द्वारा सुझाव दिया गया कि उनके द्वारा अभिभावकों का संवेदीकरण किया जायेगा एव छात्रों की ऑनलाइन प्रतिस्पर्धा कराई जायेगी तथा शिक्षा विभाग व्हाट्सएप व यू-ट्यूब पर प्रचार-प्रसार सामग्री उपलब्ध करायेंगे। उन्होंने ऑनलाइन शैक्षिक कार्यक्रमों में संचारी रोगों से बचाव की जानकारी भी देने को कहा।
नगर विकास तथा पंचायती राज विभाग को निगरानी समिति को सूचना देने का निर्देश दिया गया। पशुपालन विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि प्रदेश में सूकरों की संख्या में काफी कमी आई है एवं सूकर बाड़ों को आवासीय क्षेत्रों से दूर तथा वेक्टर रोधी जाली से आच्छादित करने का प्रयास किया जा रहा है। अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने सूकर बाड़ों में कीटनाशक छिड़काव कराने का निर्देश दिया। सूचना विभाग को होर्डिंग, विज्ञापन तथा डिजीटल डिसप्ले बोर्ड द्वारा प्रचार-प्रसार करने हेतु कहा गया।
यह भी निर्देशित किया गया कि ए0ई0एस0/जे0ई0 प्रभावित बस्ती व गोरखपुर मण्डल के हाई-रिस्क वाले ग्रामों में सभी गतिविधियां प्राथमिकता के आधार पर सघनता एवं सजगता से की जायेंगी। महानिदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य द्वारा निर्देश दिया गया कि अभियान की गतिविधियों को संचालित होने के दौरान कोविड-19 के दिशा निर्देर्शों के अनुसार सम्पन्न किया जाये। निदेशक संचारी रोग ने विभागों से कार्यों का लक्ष्य निर्धारण कर अभियान को संचालित करने को कहा गया है। राज्य सर्विलेंस अधिकारी ने बताया की संचारी अभियान के कार्यों की निगरानी एवं मूल्यांकन सहयोगी संस्थायें (पाथ युनीसेफ व डब्लू0एच0ओ0) द्वारा किया जायेगा जबकि प्रचार-प्रसार की समस्त सामग्री स्वास्थ्य विभाग उपलब्ध करायेगा।
बैठक में बताया गया कि 21 सितम्बर 2020 को जनपद स्तरीय प्रथम टास्क र्फोस की बैठक की जायेगी जब्कि 22 से 25 सितम्बर 2020 के मध्य जनपद एवं तहसील व ब्लाॅक स्तर की ट्रेनिग पूर्ण की जायेगी। 26 सितम्बर तक समस्त विभागों की कार्य योजना स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध करायी जायेगी।
बैठक में सचिव चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण वी0 हेकाली झिमोमी, मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अपर्णा यू0, महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य (मेजर) डी एस नेगी, महानिदेशक परिवार कल्याण, डा0 राकेश दुबे, डा0राजेन्द्र कपूर , निदेशक, संचारी रोग, डा0 एच0के0 अग्रवाल, संयुक्त निदेशक, संचारी रोग, डा0 हर्ष शर्मा, संयुक्त निदेशक, संचारी रोग, डा0 विकासेन्दु अग्रवाल, संयुक्त निदेशक/राज्य सर्विलांस अधिकारी, संचारी रोग सहित आई0सी0डी0एस0, पंचायती राज, नगर विकास, शिक्षा(बेसिक एवं माध्यमिक), कृषि, पशुपालन, दिव्यांग जन कल्याण, सूचना, सिंचाई विभाग एवं स्वच्छ भारत मिशन के अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।