ग्लोबल हैण्ड वाशिंग डे के अवसर पर प्रदेश में कल कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे: नवनीत सहगल
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने आज यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में कोरोना का संक्रमण कम हो रहा है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे समय में ज्यादा सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। उन्होंने बताया कि कल ग्लोबल हैण्ड वाशिंग डे के अवसर पर डिटाॅल के साथ मिलकर एक अभियान चलाया जा रहा है। ग्लोबल हैण्ड वाशिंग डे के अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा एक नये हैशटैग का लोकार्पण किया जायेगा। कल ग्लोबल हैण्ड वाशिंग डे के अवसर पर लोग अपने हाथ धोते हुए वीडियों तथा तस्वीर को इस हैशटेग के साथ टैग करे। अच्छी वीडियों व तस्वीर को पुरस्कृत भी किया जायेगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कन्टेनमेंट जोन एवं हाॅट स्पाॅट एरिया में निरन्तर कमी आ रही हैं। वर्तमान में प्रदेश में 14,011 हाॅटस्पाॅट एरिया तथा 14484 कन्टेनमेंट जोन है। राजस्व विभाग के एकीकृत आपदा नियंत्रित केन्द्र के टोल फ्री नं0 1070 पर प्राप्त काॅल्स का निस्तारण तेजी से किया जा रहा है।
अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये है कि एम0एस0पी0 के तहत स्थापित किए गए धान क्रय केन्द्रों को पूरी सक्रियता से संचालित करते हुए किसानों की अधिक से अधिक धान की खरीद की जाए व किसानों के खाते में 72 घण्टे के अन्दर भुगतान की धनराशि अन्तरित कर दी जाए। उन्होंने किसानों से अपील की है कि वे अपने धान को क्रय केन्द्रों पर लाये। प्रदेश में 4000 धान क्रय केन्द्र स्थापित है। इन क्रय केन्द्रों पर अब तक 31,548.70 मी0 टन धान की खरीद की जा चुकी है जबकि गत वर्ष इस अवधि में 1347.84 मी0 टन धान खरीद की गयी थी। इस प्रकार पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष लगभग 30 गुना अधिक धान खरीद की गयी है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये है कि सब्जी व दालों पर बढ़ते दामों को नियंत्रित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाये जाए।
अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बताया कि प्रदेश में आर्थिक गतिविधियां और तेजी से क्रियान्वित हो इसके लिए बैकों के माध्यम से भारत सरकार द्वारा घोषित आत्मनिर्भर पैकेज के अन्तर्गत नई व पुरानी ईकाइयों में देने का कार्यक्रम चलाया जा रहा हैं जिसके अन्तर्गत 4.35 लाख पुरानी ईकाईयों को 10715 करोड़ रूपये तथा 5.38 लाख नई इकाईयों को 15,238 करोड़ रूपये का ऋण लॉकडाउन के बाद से वितरित किए गए। इन दोनों ऋणों मे वितरण से लगभग 20 लाख नए रोजगार प्रदेश में सृजित हुए है। इस प्रकार पिछले 04 महीनों में प्रदेश में लगभग 26 हजार करोड़ के ऋण विभिन्न संस्थाओं को एम0एस0एम0ई0 में वितरित प्रदेश में हो गए है।
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि कल 15 अक्टूबर को ग्लोबल हैण्ड वाशिंग डे है इस अवसर पर हम अपने हाथों को धाने व साफ रखने का संकल्प लेंगे। उन्होेंने कहा कि साबुन, पानी से बार-बार हाथ धोने से कोरोना संक्रमण की चेन टूटेगी। ग्लोबल हैण्ड वाशिंग डे के अवसर पर पूरे प्रदेश में कल पूर्वान्हन 10 से 12 बजे के मध्य कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि 10-10 लोगों के समूह में सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए, हाथ धोते हुए फोटो व छोटी-छोटी वीडियों सोशल मीडिया पर अपलोड करें तथा इन वीडियों व फोटों को सूचना विभाग द्वारा बनाये गये ''हाथ धोना, रोके कोरोना'' हैशटैग के साथ टैग करें। उन्होंने कहा कि ''हैण्ड वाशिंग डे'' को एक जन आंदोलन भी बनाये।
अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कल एक दिन में कुल 1,62,473 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल 1,23,55,046 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 2778 नये मामले आये हैं। प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 3736 व्यक्ति उपचारित होकर डिस्चार्ज किये गये हैं। अब तक कुल 4,01,306 लोग पूर्णतया उपचारित होकर डिस्चार्ज किये गये। प्रदेश में रिकवरी का प्रतिशत अब बढ़कर 90.24 प्रतिशत हो गया है। प्रदेश में 36,898 कोरोना के एक्टिव मामले हैं। 17 सितम्बर को 68,000 से अधिक एक्टिव इन्फेक्शन के मामले थे जिसमें वर्तमान में 31,000 से ज्यादा की कमी आयी है। होम आइसोलेशन में 16,613 लोग हैं। उन्होंने बताया कि अब तक कुल 2,45,972 लोग होम आइसोलेशन की सुविधा प्राप्त करते हुए 2,29,359 लोगों ने अपने होम आइसोलेशन की अवधि पूर्ण कर ली है।
अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 1,39,681 क्षेत्रों में 4,17,858 टीम दिवस के माध्यम से 2,70,16,262 घरों के 13,33,50,354 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि जब तक कोविड-19 की निश्चित दवा या वैक्सीन नहीं आती तब तक संक्रमण से बचाव ही सबसे अच्छा उपचार है। उन्होंने कहा कि सावधानी बरत कर हम खुद बच सकते हैं और दूसरों को इस संक्रमण से बचा भी सकते हैं। उन्होंने बताया कि चिकित्सकीय उपचार के लिए ई-संजीवनी पोर्टल शुरू किया गया है। ई-संजीवनी के माध्यम से 2,226 लोगों ने चिकित्सकीय परामर्श लिया। अब तक कुल 1,37,253 लोगों ने ई-संजीवनी पोर्टल पर चिकित्सकीय परामर्श लिया।