चयन में जब भाई भतीजावाद तो क्रिकेट में भारत का भविष्य कैसे होगा तैयार
रायपुर छत्तीसगढ़। रायपुर जिला क्रिकेट इलेवन यानि आरडीसीए हमेशा अपने कारनामों के लिए सुर्खियों में रहा है। अभी हाल ही में रायपुर जिला क्रिकेट इलेवन के द्वारा अंडर 19 की जिला क्रिकेट टीम के चयन के लिए समर कैम्प लगाया हुआ था। कैम्प मे जिला क्रिकेट इलेवन रायपुर के द्वारा चार टीम बनाई गई थी। कुल 68 क्रिकेट खिलाड़ियों को अलग-अलग टीमों मे उनके खेल का जौहर देखने लिए बांट दिया गया था।
इन 68 क्रिकेट खिलाड़ियों का जौहर देखने के बाद जिला क्रिकेट रायपुर के चयनकर्ताओं के द्वारा 45 खिलाड़ियों की टीम बनाई गई। बाद क्रिकेट खिलाड़ियों का और खेल देखने के बाद तीसरे चरण मे 27 खिलाड़ियों की टीम बनाई गईं .बाद 27 खिलाड़ियों में से तीन खिलाड़ियों को और बाहर कर दिया गयां
अब जिला रायपुर जिला क्रिकेट इलेवन के द्वारा 24 खिलाड़ियों की फाइनल सूची तैयार की गईं। इन 24 क्रिकेट खिलाड़ियों में भी दो कों बाहर कर दिया गया और इनकी जगह दो ऐसे खिलाड़ियों को टीम के अंदर कर लिया गया है जो समर कैम्प के दौरान टीम का हिस्सा भी नहीं थें
सूत्रों की माने तो राजनीति मे अच्छी पैठ रखने वाले और चयनकर्ताओं के रिश्तेदारों ने अपने पहुंच के दम पर प्रतिभा नही होने के बावजूद अपने बच्चों की टीम मे एंट्री बिना खेले ही करवा दी है। अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है की जिन अंडर 19 क्रिकेट खिलाड़ियों ने समर कैम्प के दौरान अपने खेल से चयनकर्ताओं तथा क्रिकेट प्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित किया था, उन खिलाड़ियों के साथ रायपुर जिला क्रिकेट इलेवन के द्वारा सौतेला व्यवहार क्यों किया गया? यह समझ से परे है। सूत्रों की माने तो इस पूरे मामले में रायपुर जिला क्रिकेट इलेवन के सचिव की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है।
रिपोर्ट-चंदन श्रीवास, मध्यप्रदेश