मंत्री बनकर सरकार चला रहे सुरेंद्र का अब होगा क्या - हार गए अपना चुनाव
जयपुर। एक महीने के भीतर ही सरकार का जलवा पब्लिक से दूर जाता दिखाई दे रहा है। चुनावी नतीजे से भजनलाल सरकार की सेहत पर भले ही कोई असर ना पड़े, लेकिन करणपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस के हाथों मिली हार के बाद भारतीय जनता पार्टी को किरकिरी का सामना करना पड़ रहा है। बिना विधायक बने ही मंत्री बनाए गए भाजपा नेता को इलेक्शन हारने के बाद अब बेहबरू होते हुए अपने पद को छोड़ना पड़ेगा।
राजस्थान में भजनलाल सरकार को एक महीने के भीतर ही पब्लिक ने जोर का झटका धीरे से दे दिया है। भारतीय जनता पार्टी को राज्य की करणपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस के हाथों हार का सामना करना पड़ा है। भारतीय जनता पार्टी ने करणपुर विधानसभा सीट से प्रत्याशी सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को भजनलाल सरकार में मंत्री बना दिया था, लेकिन मंत्री का पद भी पब्लिक के भीतर उनके प्रति आकर्षण नहीं जगा सका, जिसके चलते करणपुर विधानसभा सीट से प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह टीटी कांग्रेस के हाथों चुनाव हार गए हैं।
नियमों के मुताबिक किसी ऐसे व्यक्ति को ही राज्य सरकार में मंत्री बनाया जा सकता है जो विधानसभा का सदस्य ना हो, लेकिन 6 महीने के भीतर ही उसे चुनाव जीतकर विधायक बनना आवश्यक है। इस लिहाज से करणपुर विधानसभा सीट से हार का सामना करने वाले मंत्री सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को अब सरकार से इस्तीफा देकर बाहर आना पड़ेगा। कांग्रेस प्रत्याशी रूपेंद्र सिंह को 60407 वोट मिले हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार एवं भजनलाल सरकार में मंत्री सुरेंद्र सिंह टीटी को केवल 47 713 वोट ही हासिल हो सके हैं।