नदी बनी सड़क पर गाड़ियों ने दिखाए करतब- जमकर की तैराकी
हरिद्वार। प्री मानसून की बारिश ने अपना असर दिखाते हुए समूचे उत्तराखंड में तकरीबन 12 घंटों से लगातार बारिश के के पानी से भिगो रखा है। बारिश के पानी ने तीर्थ नगरी की सड़कों को पूरी तरह से जलमग्न कर दिया है। शहर में बाढ जैसे हालातों में नदी बनी सड़क पर खड़े वाहनों ने अपने करतब दिखाते हुए जमकर तैराकी की। मुख्यमंत्री ने सचिवालय स्थित राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष पहुंचकर संबंधित अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
रविवार को तीर्थ नगरी हरिद्वार की सड़कों पर नदियों जैसा नजारा देखने को मिला है। प्रदेश भर में पिछले तकरीबन 12 घंटों से कई स्थानों पर लगातार जारी बारिश के सिलसिले के चलते तीर्थ नगरी की सड़कों पर जगह-जगह जलभराव हो गया है। मूसलाधार बारिश की वजह से तीर्थ नगरी में ऐसे बाढ जैसे हालात उत्पन्न हुए हैं कि पानी की समुचित निकासी नहीं होने की वजह से बरसात के पानी ने सड़कों को नदियों में तब्दील करते हुए अपना ठिकाना तलाशा है।
बारिश के पानी ने सड़कों पर इस कदर अपना डेरा जमाया कि वहां पर खड़े वाहन बरसात के पानी में तैरने लगे और हिचकोले लेते हुए पानी के साथ कदमताल मिलाते हुए चलने लगे। इस नजारे को देखकर जहां लोगों की हंसी छूटी वही उनमें इस बात की दहशत भी बनी रही कि यह गाड़ियां बरसात के पानी में अब निश्चित रूप से कबाड़ बन जाएंगे। इसके अलावा गाड़ियों के आसपास की दुकानों एवं मकानों से टकराने का अंदेशा भी लोगों को सताता रहा।
इस बीच देहरादून में मौसम विभाग की ओर से बिजली चमकने के साथ तेज बौछार आने की चेतावनी जारी की गई है। 27 और 28 जून को चमोली, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग और बागेश्वर आदि जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने के आसार हैं। चार धाम यात्रा क्षेत्रों में प्रशासन की ओर से बदलते मौसम को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बढ़ती जा रही है। यात्रा क्षेत्रों में जिला प्रशासन को अलर्ट मोड पर रखा गया है।