धर्मांतरण को लेकर मचा बवाल- दुकान बाजार बंद- पुलिस का फ्लैग मार्च
नई दिल्ली। धर्मांतरण के मामले को लेकर नारायणपुर में हुए बवाल के बाद गुस्साए लोगों ने अपनी दुकानें और बाजार बंद रखकर अपना विरोध दर्ज कराया है। हालांकि कांकेर में सवेरे के समय इक्का-दुक्का दुकानें खुली लेकिन वह भी बाद में बंद हो गई। मामले को लेकर बने तनाव के मद्देनजर बाजारों को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। सुरक्षा और कानून व्यवस्था को लेकर पुलिस द्वारा सड़कों पर फ्लैग मार्च निकाला गया है।
बृहस्पतिवार को छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में धर्मांतरण के मामले को लेकर हुए विवाद के बाद बस्तर संभाग की सभी दुकानें और बाजार नहीं खोले गए हैं। हालाकि कांकेर में सवेरे के समय कुछ दुकानें खुली थी लेकिन तकरीबन 11.00 बजे यह दुकानें भी बंद कर दी गई हैं। बंद का आह्वान सर्व आदिवासी समाज एवं छत्तीसगढ़ आदिवासी समाज की ओर से किया गया है। जिसको चेंबर ऑफ कॉमर्स का भी पूरा समर्थन हासिल हुआ है। हालात कुछ ऐसे हो रहे हैं कि दुकानों एवं बाजारों के बंद होने से सड़कों पर केवल पुलिस के जूतों की आवाज सुनाई दे रही है। बाजारों में पुलिस के जवानों की छावनी बनाकर लोगों को शांत रहने का संदेश दिया जा रहा है। हालांकि नारायणपुर को बंद से बाहर रखा गया था लेकिन वहां पर भी इसका व्यापक असर हुआ है और वहां के बाजार और दुकानें पूरी तरह से बंद दिखाई दिए हैं बंद को देखते हुए हर जगह भारी पुलिस फोर्स और जवान तैनात हैं। खासकर चर्च एवं मिशनरी संस्थानों की प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक बढ़ा दिया गया है। नारायणपुर में 4 जनपदों से पुलिस फोर्स मंगवा कर उसकी तैनाती की जा रही है। लोगों के प्रदर्शन करने पर पूरी तरह से रोक लगाई गई है।