मिला ब्लैक फंगस का रामबाण इलाज- UP में बना हर्बल स्प्रे
कानपुर। इन दिनों देश में ब्लैक संघर्ष के मरीजों की संख्या दिनोंदिन बढ़ रही है। ब्लैक फंगस के बाद वाइट फंगस और वाइट फंगस के बाद अब येलो फंगस के भी मामले सामने आने शुरू हो गए हैं। दावा किया जा रहा है कि ब्लैक फंगस हवा और नाक के जरिए शरीर में पहुंचता है और धीरे-धीरे शरीर को नुकसान पहुंचाना शुरू करता है। ब्लैक फंगस के बढ़ते मरीजों के बीच सरकार और आम जनता की चिंता बढ़ती ही जा रही है। इस बीच उत्तर प्रदेश के कानपुर के दो होनहारो ने हर्बल स्प्रे तैयार किया है। जिसकी मदद से फंगस को शरीर से नष्ट किया जा सकता है और जिसे बनाना बेहद आसान बताया जा रहा है। कानपुर के यूनिवर्सिटी के पीएचडी के छात्र बरेली में बायोटेक्नोलॉजी के शिक्षक डॉ सौरभ मिश्रा और माइक्रोबायोलॉजी के डॉ ऋषभ चित्रांशी ने मिलकर एक स्प्रे बनाया है।
आपको बता दें कि स्प्रे बनाने की बात उसको कानपुर की यूनिवर्सिटी की लैब में सफल परीक्षण भी कर लिया गया है। परिणाम बेहद उत्साहित करने वाले हैं। इसके बाद मानकों पर खरा खरा उतरने के लिए सीएसआइआर-आईआईटीआर( काउंसलिंग ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड रिसर्च लखनऊ के लिए परीक्षण किया गया।
सभी मानकों पर अब तक हर्बल स्प्रे खरा उतरा है। डॉक्टर सौरव मिश्रा कहते हैं कि कोरोना मरीज के आसपास का छिड़काव अगर किया जाए तो ब्लैक फंगस के संक्रमण से भी मरीजों को भी बचाया जा सकता है। डॉक्टर सौरभ मिश्रा के अनुसार इस स्प्रे को घर पर भी बनाया जा सकता है। डॉक्टर सौरभ ने आगे यह भी बताया कि इस स्प्रे का इस्तेमाल उन्होंने सबसे पहले पपीते और रोटी के ऊपर लगी ब्लैक फंगस पर किया था। 2 दिन तक लगातार इसको स्प्रे करने के बाद ब्लैक फंगस की परत पूरी तरह नष्ट हो गई और उसके अंदर कोई बढ़ोतरी महसूस नहीं की गई। अगर इस स्प्रे का छिड़काव कोविड-19 से संक्रमित व्यक्ति के कमरे में या उसके आसपास प्रयोग हो रहे उपकरणों पर करें तो ब्लैक फंगस के संक्रमण से मरीज को बचाया जा सकता है।