घूंघट की आड़ में SDM ने देखी अस्पताल की हकीकत- मामला खुलते ही...

घूंघट की आड़ में SDM ने देखी अस्पताल की हकीकत- मामला खुलते ही...

फिरोजाबाद। एक सामान्य गृहिणी महिला की तरह अस्पताल पहुंची उप जिलाधिकारी ने घूंघट की आड़ में छापामार कार्यवाही करते हुए अस्पताल की अव्यवस्था को नजदीक से देखा। इस दौरान लाइन में लगी महिला मरीजों से भी घूंघट की आड़ में एसडीएम ने अस्पताल में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में पूछताछ की। इसके बाद अस्पताल के निरीक्षण में एसडीएम को एक्सपायर हुई दवाई हॉस्पिटल में रखी मिली। डॉक्टरों का मरीजों के प्रति व्यवहार भी अच्छा नहीं मिला। एसडीएम ने अब अपनी जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी है।

दरअसल एसडीएम सदर कृति राज के पास लगातार इस बात की शिकायतें बड़ी संख्या में पहुंच रही थी कि दीदामई में स्थित प्राथमिक हेल्थ सेंटर पर दवा लेने के लिए पहुंचने वाले मरीजों के साथ डॉक्टरों एवं अस्पताल कर्मियों द्वारा गलत व्यवहार करते हुए उन्हें समय पर दवाई भी नहीं दी जा रही है। रेबीज के इंजेक्शन को लेकर मरीज को घंटे तक अस्पताल में इंतजार करना पड़ता है।

पब्लिक की शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए एसडीएम कृति राज बीते दिन दीदामई में पीएचसी का निरीक्षण करने के लिए पहुंच गई। दीदामई पहुंची एसडीएम ने अस्पताल से पहले ही अपनी गाड़ी को छोड़ दिया और पैदल ही चलकर वह अस्पताल पहुंची और एक सामान्य गृहिणी की तरह घुंघट निकाल कर काउंटर से उन्होंने पर्चा बनवाया और डॉक्टर को दिखाने के लिए लाइन में लग गई। इस दौरान एसडीएम ने घूंघट की आड़ में अस्पताल में दवाई लेने पहुंची महिला मरीजों से बातचीत की और उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। अस्पताल कर्मियों को जब एसडीएम के छापे की जानकारी मिली तो अस्पताल प्रबंधन में बुरी तरह से हड़कंप मच गया। इस दौरान एसडीएम ने अस्पताल में मौजूद दवा स्टाफ को देखा, जहां एक्सपायर हुई दवाएं रखी हुई मिली। एसडीएम ने इन दवोंऊ को अपने सामने की अस्पताल से बाहर निकलवा कर नष्ट कराया।

एसडीएम के निरीक्षण में डॉक्टरों का मरीजों के प्रति व्यवहार भी अच्छा नहीं मिला। अब एसडीएम ने जिला अधिकारी को अपनी जांच रिपोर्ट भेजी है। हालांकि अभी तक इस मामले में किसी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई है। लेकिन समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एसडीएम के छापे पर भारतीय जनता पार्टी के ऊपर निशाना साधते हुए ट्विटर पर लिखा है कि साहसी महिला अधिकारी ने घूंघट में जाकर चिकित्सा एवं व्यवस्था पर पड़े पर्दे को उठाकर सच्चाई दिखाई है।

सपा सुप्रीमो ने लिखा है कि स्वयं घूंघट में जाकर उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़े पर्दे को उठाकर सच्चाई दिखाने वाली साहसी महिला अफसर को अब संभल कर रहना पड़ेगा अन्यथा इस डॉक्टर यानी एसडीएम को दवाई के बिना चलने वाली उत्तर प्रदेश की बीमारू चिकित्सा की व्यवस्था के गोरख धंधे के खुलासे से शर्मसार हुई भाजपा सरकार कहीं ज्ञानवर्धन के बहाने उनका अध्ययन के लिए विदेश ही ना भेज दे।

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